इन दिनों चैत्र नवरात्रि चल रही है ऐसे में आज अष्टमी और नवमी दोनों मनाई जाएगी और इन दोनों दिनों के पूजन का विशेष महत्व माना जाता है और इस दिन मां दुर्गा के महागौरी रूप का पूजन किया जाता है. कहते हैं सुंदर, अति गौर वर्ण होने के कारण इन्हें महागौरी कहा जाता है और महागौरी की आराधना से असंभव कार्य भी संभव हो जाते हैं, समस्त पापों का नाश होना शुरू हो जाता है. आज के दिन माँ महागौरी का मंत्र और उनका ध्यान जरूर करना चाहिए. आइए जानते हैं मंत्र और ध्यान.
महागौरी के मंत्र :
1- श्वेते वृषे समरूढा श्वेताम्बराधरा शुचिः।
महागौरी शुभं दद्यान्महादेवप्रमोददा।।
2- या देवी सर्वभूतेषु मां गौरी रूपेण संस्थिता।
नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नम:।।
माता महागौरी की ध्यान :
वन्दे वांछित कामार्थे चन्द्रार्घकृत शेखराम्।
सिंहरूढ़ा चतुर्भुजा महागौरी यशस्वनीम्॥
पूर्णन्दु निभां गौरी सोमचक्रस्थितां अष्टमं महागौरी त्रिनेत्राम्।
वराभीतिकरां त्रिशूल डमरूधरां महागौरी भजेम्॥
पटाम्बर परिधानां मृदुहास्या नानालंकार भूषिताम्।
मंजीर, हार, केयूर किंकिणी रत्नकुण्डल मण्डिताम्॥
प्रफुल्ल वंदना पल्ल्वाधरां कातं कपोलां त्रैलोक्य मोहनम्।
कमनीया लावण्यां मृणांल चंदनगंधलिप्ताम्॥
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