जयपुर: कर्नाटक के हिजाब विवाद के बाद सोशल मीडिया पर राजस्थान की राजधानी जयपुर की मजिस्ट्रेट रेशमा खान की तस्वीर सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही है। इस तस्वीर में रेशमा खान को हिजाब पहनकर दफ्तर में काम करते हुए देखा जा सकता है। Twitter पर इस तस्वीर को साझा करते हुए दो चीज़ों पर यूज़र्स ध्यान दिला रहे हैं। पहला तो ये कि किस तरह मजिस्ट्रेट रेशमा खान कोर्ट परिसर में कोई भी धार्मिक वेषभूषा की इजाजत न होने के बाद भी अपने हिजाब को दफ्तर पहनकर पहुंची। दूसरी बात ये कि पद पर पहुँचने के लिए किस तरह उनके पिता ने डॉ हबीब खान गौराण ने RPSC अध्यक्ष रहते हुए उनके लिए पेपर चुराए थे और बाद में पोल खुलने पर पद से त्यागपत्र दे दिया था।
So the judge who took #Hijab to court is a Magistrate in Rajasthan only because of his father.
— Shashank Shekhar Jha (@shashank_ssj) February 22, 2022
See the second image to know how Habeeb Khan leaked paper for his daughter Reshma Khan due to which she got 10th rank.
Action is must!!! pic.twitter.com/U6nIA3O70s
यह मामला वर्ष 2013-2014 का है। जब RPSC के पूर्व अध्यक्ष हबीब खान गौराण (Habib Khan Gauran) के ख़िलाफ़ अपनी बेटी के लिए पेपर चुराने का मामला दर्ज हुआ था। उन पर आरोप लगा था कि उन्होंने अपनी बेटी को मजिस्ट्रेट बनाने के लिए राजस्थान न्यायिक सेवा (RJS) की मुख्य परीक्षा का प्रश्न पत्र चोरी (2013 RJS Paper) किया था, जिसमें बाद बेटी रेशमा खान ने परीक्षा में 10वीं रैंक हासिल की। वर्ष 2014 की रिपोर्ट्स के मुताबिक, हबीब खान ने अध्यक्ष पद पर रहने के दौरान अहमदाबाद की सूर्या ऑफसेट एंड सिक्युरिटी प्रिंटर्स से सभी परीक्षाओं के प्रश्न पत्र छपवाए थे। जिसमें 21, 22, 23 व 24 मार्च 2013 को हुई RJS एग्जाम के प्रश्न पत्र भी शामिल थे। रिपोर्ट्स के मुताबिक, वर्ष 2013 में ही उनकी बेटी रेशमा ने भी परीक्षा दी थी और उनके लिए ही हबीब खान प्रेस जाकर प्रश्न पत्र लेकर आए थे। हबीब खान की हकीकत उस समय सामने, जब पेपर लीक करने वाले गिरोह और प्रेस मालिकों से पूछताछ की गई। तमाम सबूतों के आधार पर 2 अक्टूबर को हबीब खान के खिलाफ मामला दर्ज किया गया और ACB की जाँच व चौतरफा आलोचना के चलते हबीब खान ने साल 2014 में अपने पद से इस्तीफा दे दिया।
रेशमा खान पुत्री हबीब खान गौराण
— jitesh jethanandani (@jethanandani14) February 22, 2022
मजिस्ट्रेट, JDA, जयपुर
माननीय हिजाब पहनकर न्यायालय में बैठी है !
जनरल सिविल रूस के अंतर्गत.. जनरल ड्रेस कोड दिया हुआ है... महिला औऱ पुरुष ...जो कोर्ट परिसर में साधारण रूप से सब पर लागू होगा इसमें रिलीजियस नेचर का कुछ भी ड्रेस कोर्ट allow नहीं है pic.twitter.com/WypcthfLvU
बाद में इस मामले में हबीब खान के खिलाफ अरेस्ट वारंट भी जारी किया गया था। जाँच में ये बात पता चली थी कि 16 मार्च 2013 को डॉ हबीब खान उस प्रेस में गए जहाँ पेपर छपने वाले थे और प्रूफ रीडिंग के नाम पर प्रश्न पत्र ले लिया। बाद में उस पेपर के सभी सवाल नोट कर लिए। रिपोर्ट के अनुसार, RPSC अध्यक्ष हबीब खान ने पहले 1 मार्च को बताया था कि उन्होंने खुद को प्रश्न पत्र बनाने की प्रक्रिया से दूर रखा है क्योंकि उनकी बेटी भी इस परीक्षा में शामिल है और दूसरी तरफ वे खुद 16 मार्च 2013 को मुदरेश पुरोहित की प्रिंटिंग प्रेस में गए थे और वहीं उन्होंने प्रश्न नोट किए थे। बता दें कि रेशमा खान के पिता डॉ हबीब खान की RPSC में नियुक्ति वर्ष 2012 में अशोक गहलोत सरकार के दौरान हुई थी। वह पूर्व IPS ऑफिसर थे और पेपर लीक मामले में उनके कई बार पूछताछ भी हुई थी।
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