भोपाल: महाकोशल क्षेत्र में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को अपने ही नेता कड़ी टक्कर दे रहे हैं, पार्टी में टिकट वितरण से नाराज बागी
नेता निर्दलीय चुनावी मैदान में उतर आए हैं. वहीं नाम वापसी के बाद से कांग्रेस में कुछ हद तक बगावत रुक गई है, लेकिन यह वोट दिलाने तक थमी रहेगी इस पर फ़िलहाल संशय है. जो बागी मान गए हैं, उनसे भी अधिकृत प्रत्याशी को डर बना हुआ है कि कहीं उसकी मेहनत बेकार न चली जाए.
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जबलपुर जिले में भाजपा ने वही पुराने चेहरों को फिर से मैदान में उतर दिया है. उत्तर क्षेत्र भाजयुमो के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष धीरज पटेरिया को आस थी कि उन्हें उत्तर से टिकट टिकट दिया जाएगा, लेकिन प्रत्याशी शरद जैन बने. इससे वे इस कदर खफा हुए कि पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देकर, निर्दलीय मैदान में उतर गए. उन्हें समझाने की कोशिश बहुत की गई लेकिन धीरज ने एक न सुनी और चुनावी रण में कूद पड़े. वहीं पनागर क्षेत्र से पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष भारतसिंह यादव ने भी पार्टी से इस्तीफा दे दिया है और निर्दलीय नामांकन भरा है.
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भाजपा के अलावा कांग्रेस में भी टिकट को लेकर अधिकृत प्रत्याशियों के खिलाफ जमकर रोष था, लेकिन प्रदेशाध्यक्ष कमलनाथ, पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह और राज्यसभा सदस्य विवेक तन्खा ने समझा बुझा कर उन्हें शांत कर दिया है. हालाँकि, यह आक्रोश फिर नहीं पनपेगा इसकी अभी कोई गारंटी नहीं है.
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