भोपाल: पूरी दुनिया के वैज्ञानिक कोरोना को खत्म करने के लिए बड़े-बड़े उपाय खोज रहे हैं। ऐसे में भारत के बारे में बात करें तो यहां के लोगों को किसी भी दवा पर भरोसा नहीं हैं। जी हाँ बल्कि यहां कोरोना को नष्ट करने के लिए गोबर-गोमूत्र, पूजा-पाठ और हवन पर विश्वास किया जा रहा है। इस समय भारत के अलग-अलग हिस्सों से कई ऐसी-ऐसी तस्वीरें आ रहीं हैं जो चौकाने वाली है। हाल ही में मिली जानकारी के तहत शिवपुरी जिले के बूढ़दा में कुछ ऐसा ही हुआ है।
जी दरअसल यहाँ ग्रामीणों ने कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए बाल्टी में हवन किया और हनुमान चालीसा का पाठ किया। केवल यही नहीं बल्कि गांव वाले लोग गलियों में हवन की बाल्टी लेकर धुआं करते निकलते हुए दिखाई दिए। जी दरअसल यहाँ के लोगों का मानना है कि कपूर और हवन सामग्री के धुएं से गलियों में कोरोना के संक्रमण को खत्म किया जा सकता है। यहाँ के लोगों ने बताया कि कपूर और हवन सामग्री के धुएं से जहां एक ओर वातावरण शुद्ध होगा तो वहीं दूसरी ओर लोगों में सकारात्मक ऊर्जा का संचार भी होगा।
बीते दिनों ही मध्य प्रदेश की संस्कृति मंत्री उषा ठाकुर ने भी कुछ ऐसा ही विवादित बयान दिया था। उन्होंने कहा था कि, ''सभी लोग सुबह एक साथ यज्ञ करते हुए आहुतियां डालें और पर्यावरण को शुद्ध करें क्योंकि महामारियों के नाश में अनादि काल से यज्ञ की पावन परंपरा है। यज्ञ पर्यावरण को शुद्ध करने की एक चिकित्सा है। यज्ञ करने से तीसरी लहर हिंदुस्तान को छू नहीं पाएगी।'
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