भोपाल : मध्यप्रदेश में एक बड़े फर्जीवाड़े का खुलासा हुआ है खबर के मुताबिक एमपी में कृषि उपज मंडियों में अनाज के कारोबार में करोड़ों रुपए की कर चोरी का पर्दाफाश हुआ है. यह गोरखधंधा एक मंडी से दूसरी मंडी, गोदाम या प्रोसेसिंग यूनिट अनाज ले जाने के जरूरी परमिट में किया जा रहा था. इसके तहत क्षेत्र की मंडियों से माल फर्जी परमिट के द्वारा बाहर जाता है बल्कि इसे दूसरे क्षेत्रो की मंडियों में भी विक्रय किया गया. जाँच में पहला मामला डबरा कृषि उपज मंडी में 2013 में एक शिकायत के तौर पर प्रकाश में आया। इस दौरान ज्ञात हुआ की जिस परमिट के बल पर यह अनाज मंडी में आया था वह परमिट उस नंबर पर जारी ही नही हुआ. मंडी परमिट जांचा तो पता लगा कि वो खंडवा मंडी का निकला, जो एक कोरियर सर्विस ने व्यापारी को दिया था।
कोरियर सर्विस के यहां छापा पड़ा तो वहां से कई परमिट बरामद हुए। फर्जी परमिट के खुलते मामलों के मद्देनजर मंडी बोर्ड ने ऑडिट कराया। इसमें भिंड, भांडेर, रानोद, सांवेर, करई, श्यामगढ़, मऊ, इंदौर, खंडवा, शाजापुर सहित 11 मंडियों में फर्जी परमिट के मामले सामने आए। इस दौरान मंडी के देखरेख वाले प्रबंधन ने इसकी FIR भी दर्ज कराई तब कही जाकर जाँच में इन सब बातो का खुलासा हुआ. अब इस पर विस्तृत तथा और खुलासे के लिए पुलिस व सरकार ने यह मामला राज्य आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो 'ईओडब्ल्यू' के जिम्मे कर दिया है. राज्य आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो ने इस मामले में प्राथमिकी दर्ज कर इसकी तफ्तीश से जाँच शुरू कर दी है.