काठमांडो : नेपाल के नए संविधान को लेकर पिछले एक महीने से आंदोलन कर रही मेधसी पार्टी के समर्थकों ने शनिवार के दिन भारतीय सीमा के पास बसो और कुछ लोडिंग वाहनो को शिकार बनाया और उनपर हमला किया, इतना ही नहीं पार्टी कार्यकर्ताओ ने मौके पर पहुंचे सुरक्षा बल के जवानों के साथ भी हाथापाई की इस झड़प में कई लोगो को चोटे आई है. ‘ज्वाइंट डेमोक्रेटिक मधेसी फ्रंट’ पार्टी के कार्यकर्ताओ और सुरक्षा बल के जवानों के बीच झड़प हुई.
मधेसी पार्टियों के कुछ कार्यकर्ताओ और समर्थकों ने मिलकर धनुसा जिले के निकट शनिवार की सुबह वाहनों पर जमकर पथराव किया. इतना ही प्रदर्शनकारियों ने कुछ वाहनों की ओर पेट्रोल बम भी फेंके और उनकी खिड़कियां तोड़ दी. सुरक्षा बालो के जवानों के द्वारा स्थिति को नियंत्रित करने के लिए तक़रीबन हवा में 30 राउंड गोलीबारी करनी पड़ी. इस फायरिंग के दौरान कुछ लोग रबर की गोलिया लगने से घायल हो गए. वाहनों पर किये गए पथराव से तक़रीबन आठ लोग घायल हुए हैं. इस पथराव में एक बस चालक गंभीर रूप से घायल हो गया है.
प्रदर्शनकारियों द्वारा किये गए पथराव में इस बस चालक के सर पर चोटे आई है. दक्षिणपूर्व नेपाल के बरदहा जिले में सुरक्षा बल के जवानो को पथराव कर रहे प्रदर्शनकारियों पर लाठी चार्ज और आंसू गैस के गोले दागने पड़े. इस क्षेत्र में करीब छह प्रदर्शनकारी और दो सुरक्षा बल के जवानो को गंभीर चोटे आई है. यह आंदोलन नेपाल को सात प्रांतों में बांटे जाने के खिलाफ भारतीय मूल के मधेसियों के समूह द्वारा किया जा रहा है.
20 सितंबर 2015 को नए संविधान की औपचारिक रूप से उद्घोषणा करने के बाद से नेपाल में यह तनाव पूर्ण स्थिति बानी हुई है. नए संविधान के खिलाफ मधेसी पार्टियों के द्वारा किये जा रहे इस आंदोलन में अभी तक 40 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है तथा ईंधन एवं जरूरी वस्तुओं की आपूर्ति नहीं हो पा रही है.