नई दिल्ली : नेपाल में सरकार द्वारा तैयार किए गए संविधान में मधेसियों के खिलाफ प्रस्तावित दमनात्मक नीति के विरोध में मधेसियों का आंदोलन परवान पर है। भारत की राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में भी समुदाय के लोगों ने मंगलवार को नेपाल में मानवाधिकार उल्लंघन के मामलों को लेकर धरना प्रदर्शन और रैली का आयोजन किया।
प्रदर्शन का आयोजन यूनाइटेड मधेसीज ऑफ नेपाल, अन्य दूसरे संगठनों, विभिन्न संस्थानों व दिल्ली यूनिवर्सिटी के छात्रों द्वारा किया गया था। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि नेपाल में संविधान सभा भेदभाव के कारण हाशिए पर ढकेल दिए गए समुदाय और लोगों को उम्मीद के मुताबिक अधिकार नहीं दे रही है। कुछ परंपरावादी ताकतें समाज में व्याप्त विसंगतियों को यथास्थिति बनाए रखने की कोशिश में है।
वही दूसरी ओर, नेपाल में प्रस्तावित नए संविधान के खिलाफ भारत की सीमा से लगे 2 शहरों में मधेसी प्रदर्शनकारियों पर पुलिस की गोलीबारी में मंगलवार को 5 और लोगो की मौत हो गई है और कई अन्य जख्मी हो गए। मधेसी प्रदर्शनकारियों ने परसा जिले के बीरगंज नगर निकाय में लगे कर्फ्यू की अवज्ञा करते हुए एक पुलिस चौकी और एक राजस्व कार्यालय में तोड़फोड़ मचाई व सरकारी वाहन आग के हवाले कर दिये।
इसके बाद पुलिस ने उन पर जबावी कार्यवाही मे गोलीबारी की। बता दे यह इलाका बिहार में रक्सौल शहर से सटा हुआ है। गृह मंत्रालय के प्रवक्ता लक्ष्मी प्रसाद ढकाल ने जानकारी देते हुये बताया कि इस घटना में 4 प्रदर्शनकारी की मौत हुई है और कई अन्य घायल हो गए।