यहाँ जानिए माँ स्कंदमाता की कथा और उनकी आरती
यहाँ जानिए माँ स्कंदमाता की कथा और उनकी आरती
Share:

आप सभी जानते ही होंगे कि हिंदू धर्म में नवरात्रि का बहुत अधिक महत्व होता है। ऐसे में बीते 7 अक्टूबर से नवरात्रि के पावन पर्व शुरू हो चुका है और नवरात्रि का पर्व नौ दिनों तक बड़े ही धूम- धाम से मनाया जाता है। आप जानते ही होंगे कि नवरात्रि के नौ दिनों में मां के नौ रूपों की पूजा- अर्चना की जाती है। आज यानी 10 अक्टूबर को पांचवीं नवरात्रि है। कहा जाता है नवरात्रि के पांचवे दिन मां के पंचम स्वरूप माता स्कंदमाता की पूजा- अर्चना की जाती है। जी दरअसल मां अपने भक्तों पर पुत्र के समान स्नेह लुटाती हैं और मां की उपासना से नकारात्मक शक्तियों का नाश होता है। आज हम आपको बताने जा रहे हैं माँ की कथा और आरती।

माँ स्कंदमाता की कथा- हिंदू पौराणिक मान्यताओं के अनुसार स्कंदमाता ही हिमालय की पुत्री और कार्तिकेय की माता पार्वती ही हैं, इनके अन्य नाम माहेश्वरी और गौरी भी हैं। वहीं अगर माता स्कंदमाता के स्वरूप के बारे में बात करें तो देवी इस रूप में कमल के पुष्प पर अभय मुद्रा में दिखती हैं। जी दरसल मां का यह रूप अति सुंदर होने के साथ ही उनके मुख पर तेज विद्यमान है। वहीं गौर वर्ण होने के कारण ही इन्हें गौरी भी कहा जाता है।

 

माँ स्कंदमाता की आरती- 
जय तेरी हो स्कंद माता, पांचवा नाम तुम्हारा आता।
सब के मन की जानन हारी, जग जननी सब की महतारी।
तेरी ज्योत जलाता रहूं मैं, हरदम तुम्हे ध्याता रहूं मैं।
कई नामो से तुझे पुकारा, मुझे एक है तेरा सहारा।
कहीं पहाड़ों पर है डेरा, कई शहरों में तेरा बसेरा।
हर मंदिर में तेरे नजारे गुण गाये, तेरे भगत प्यारे भगति।
अपनी मुझे दिला दो शक्ति, मेरी बिगड़ी बना दो।
इन्दर आदी देवता मिल सारे, करे पुकार तुम्हारे द्वारे।
दुष्ट दत्य जब चढ़ कर आये, तुम ही खंडा हाथ उठाये
दासो को सदा बचाने आई, चमन की आस पुजाने आई।

नवरात्र के पांचवे दिन इस तरह करें माँ स्कंदमाता का पूजन, जानिए मंत्र-भोग-स्वरूप

इस आरती से करे मां दुर्गा को खुश

नवरात्री में राशि के अनुसार करें दुर्गा सप्तशती का पाठ, टलेगा हर संकट

रिलेटेड टॉपिक्स
- Sponsored Advert -
मध्य प्रदेश जनसम्पर्क न्यूज़ फीड  

हिंदी न्यूज़ -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_News.xml  

इंग्लिश न्यूज़ -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_EngNews.xml

फोटो -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_Photo.xml

- Sponsored Advert -