हर साल में 4 बार नवरात्र का पर्व आता है और माता के भक्त नवरात्रि के पर्व कोबहुत धूम-धाम से मनाते हैं. ऐसे में आज चैत्र नवरात्र आरम्भ हो गया है और इसके पहले दिन माँ शैलपुत्री का पूजन होता है. तो आइए आज हम आपको बताते हैं माँ शैलपुत्री की आराधना का मंत्र और माँ शैलपुत्री की आरती.
माँ शैलपुत्री की आराधना का मंत्र-
वन्दे वाञ्छितलाभाय चन्द्रार्धकृतशेखराम्।
वृषारुढां शूलधरां शैलपुत्रीं यशस्विनीम्॥
माँ शैलपुत्री की आरती -
शैलपुत्री मां बैल असवार। करें देवता जय जयकार।
शिव शंकर की प्रिय भवानी। तेरी महिमा किसी ने ना जानी।
पार्वती तू उमा कहलावे। जो तुझे सिमरे सो सुख पावे।
ऋद्धि-सिद्धि परवान करे तू। दया करे धनवान करे तू।
सोमवार को शिव संग प्यारी। आरती तेरी जिसने उतारी।
उसकी सगरी आस पुजा दो। सगरे दुख तकलीफ मिला दो।
घी का सुंदर दीप जला के। गोला गरी का भोग लगा के।
श्रद्धा भाव से मंत्र गाएं। प्रेम सहित फिर शीश झुकाएं।
जय गिरिराज किशोरी अंबे। शिव मुख चंद्र चकोरी अंबे।
मनोकामना पूर्ण कर दो। भक्त सदा सुख संपत्ति भर दो।
कहा जाता है अगर इस मंत्र और आरती से माँ शैलपुत्री का पूजन किया जाए तो माँ सभी बीमारियों को जड़ से खत्म कर आपको आरोग्यता का वरदान देती हैं.
दुर्गा सप्तशती जैसे ही फल देता है कुंजिकास्तोत्र, आज से शुरू करे पाठ
आज है नवरात्र का पहला दिन, करे माँ शैलपुत्री का पूजन
नवरात के व्रत में बनाये काजू मखाने की ये टेस्टी सब्जी , जाने रेसिपी