नई दिल्ली: पूर्वी लद्दाख से सैनिकों को पीछे हटाने के दूसरे चरण पर वार्ता के लिए भारत और चीन के बीच लेफ्टिनेंट जनरल लेवल की चर्चा हो रही है। यह बैठक LAC पर भारत की तरफ स्थित चुशूल में चल रही है। इस मीटिंग में पैंगोंग त्सो और देपसांग इलाके से फौजें पीछे हटाने के लिए डिएस्क्लेशन और डिसएंगेजमेंट का दूसरा चरण आरंभ करने पर चर्चा की जाएगी। भारत इन क्षेत्रों में 5 मई से पहले वाली स्थिति बहाल करने पर जोर देगा।
उल्लेखनीय है कि गलवान में 15 जून को भारत-चीन के बीच हुए खुनी संघर्ष में भारत के 20 जवान शहीद हो गए थे। चीन के भी 40 से अधिक जवान मारे गए थे, हालांकि उसने आंकड़ा जारी नहीं किया। जिसके बाद गतिरोध कम करने के लिए 5 जुलाई को राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजीत डोभाल की चीन के विदेश मंत्री वांग यी से वीडियो कॉल पर बात करने के पश्चात चीन विवादित इलाकों में सेना पीछे हटाने को सहमत हुआ था। लद्दाख में डिसएंगेजमेंट के पहले चरण में गोगरा, हॉट स्प्रिंग्स और गलवान घाटी से चीन के जवान पीछे हट चुके हैं।
चीन ने पैंगोग त्सो इलाके में फिंगर 4 पर भी उसने सैनिकों की तादाद कम की है। भारत की मांग है कि फिंगर 4 और 8 के बीच के क्षेत्र से भी चीन अपनी फ़ौज हटाए। न्यूज एजेंसी के सूत्रों के अनुसार, लद्दाख में एलएसी के साथ ही सभी इलाकों में भारत की तरफ से कड़ी निगरानी रखी जा रही है।
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