इंदौर/ओंकारेश्वर : अभी तो उनके इश्क की शुरुआत थी, उन्हें मिले महज दो महीने ही हुए थे की, दोनों ने जिंदगी को अलविदा कहने का फैसला कर लिया. किसी को उनके इश्क के बारे में पता भी नही था फिर भी न जाने क्यों ऐसा किया? यह सवाल भी उनकी मौत के साथ दफ़न हो गया. दोनों ने फांसी से लटक कर जान दे दी .
ओंकारेश्वर के एक गेस्ट हाउस में प्रेमी-प्रेमिका ने फांसी लगाकर जान दे दी. दोनों एक दिन पहले ही गेस्ट हाउस में आकर रुके थे. इनकी मुलाकात दो महीने पहले ही हुई थी. मां ने कहा कि बेटा घूमने का बोलकर घर से निकला था. पुलिस मर्ग कायम कर मामले की जांच कर रही है. ओंकारेश्वर थाने के एसआई ओम किशोर मिश्रा ने बताया कि ओंकारेश्वर के ग्राम कोठी स्थित केके गेस्ट हाउस के कमरा नंबर-5 में राजाराम पिता दामोदर राव निवासी खरगोन एक लड़की के साथ आया था.
गुरुवार को काफी देर तक उनके रूम का दरवाजा नहीं खुला तो मालिक ने जब दरवाजे की दरार से झांककर देखा. दोनों छत पर लगी लोहे की गर्डर पर फांसी के फंदे पर लटके थे. उन्होंने तत्काल पुलिस को सूचना दी. पुलिस के मुताबिक राजाराम खरगोन के एक डाॅक्टर के यहां कंपाउंडर था. जबकि लड़की बडवाह की रहने वाली थी.
लड़की दो महीने पहले ही खरगोन में अपनी नानी के घर रहने आई थी. यहीं पर दोनों की मुलाकत हुई थी. मां दुर्गाबाई ने बताया कि राजा के पिता की तीन महीने पहले ही मौत हुई है. वह उनका इकलौटा बेटा था, बुधवार को घर से घूमने का बोलकर निकला था. उन्होंने बताया कि बेटे का लड़की के घर आना-जाना रहता था. इनके परिजनों में किसी को भी इनके प्रेम संबंध की जानकारी नहीं थी. कमरे से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है, पुलिस के अनुसार प्रारंभिक रूप से मामला प्रेम-प्रसंग का लग रहा है.