प्रेम विवाह में आ रही हर प्रकार की बाधा की जड़ से ख़त्म करते है ये काम
प्रेम विवाह में आ रही हर प्रकार की बाधा की जड़ से ख़त्म करते है ये काम
Share:

आज के आधुनिक समय में जो व्यक्ति प्रेम करता है वह प्रेम विवाह को ज्यादा महत्व देता है किन्तु कई बार व्यक्ति किसी कारण से अपने प्रेम को उसकी मंजिल तक पहुंचाने में असफल हो जाता है. और उसका विवाह अपने प्रेमी या प्रेमिका से होने में कई प्रकार की बाधाएं उत्पन्न हो जाती है. सभी प्रेमी युगल चाहते है की उनका विवाह उनकी पसंद से हो और वह अपना विवाहित जीवन पूरे प्रेम के साथ व्यतीत करें. आज हम आपको प्रेम विवाह से सम्बंधित कुछ ऐसे उपाय बताएँगे जिससे वह अपने प्रेमी या प्रेमिका से सरलता से विवाह कर अपना सम्पूर्ण जीवन उसके साथ व्यतीत कर सकता है.

1. यदि आपके प्रेम विवाह में किसी प्रकार की कोई समस्या आ रही है तो राधा कृष्ण के मंदिर जाकर या उनकी तस्वीर के समक्ष अपने प्रेमी या प्रेमिका का नाम अपने मन में स्मरण करके  “ॐ क्लीं कृष्णाय गोपीजन वल्लभाय स्वाहा” मन्त्र का 108 बार जाप करें. और प्रत्येक शुक्रवार भगवान् कृष्ण या राधा के मंदिर में जाकर उनके दर्शन कर उनकी आराधना करें और भगवान् कृष्ण को फूल व मिश्री का भोग लगायें. ऐसा करने से आपके प्रेम विवाह में आने वाली समस्या जल्द ही दूर हो जायेगी और आपका विवाह शीघ्र हो जाएगा.

2. यदि आप अपने प्रेमी या प्रेमिका से विवाह करना चाहते है तो आने वाले शुक्ल पक्ष में असली गौरी शंकर रुद्राक्ष को धारण करने से आपकी इच्छा जल्द ही पूरी हो जायेगी. 

3. यदि किसी लड़की अपने प्रेमी से विवाह करना है तो उसे अपने हाथों में हरे रंग की चूड़ियाँ धारण करना चाहिए और गुरूवार के दिन पीले व शुक्रवार के दिन सफ़ेद रंग के वस्त्र धारण करना चाहिए इससे आपकी इच्छा शीघ्र ही पूर्ण हो जायेगी.

 

इस उपाय से आपका दक्षिणा मुखी मकान भी आपके लिए शुभ होता है

व्यक्ति के अंगूठे का यह निशान उसके धनवान होने का संकेत होता है

क्या आप जानते है इस मंदिर में कभी न भरने वाले घड़े का राज ?

स्त्री का इस समय पुरुष के जीवन में प्रवेश जहर के समान है

 

रिलेटेड टॉपिक्स
- Sponsored Advert -
मध्य प्रदेश जनसम्पर्क न्यूज़ फीड  

हिंदी न्यूज़ -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_News.xml  

इंग्लिश न्यूज़ -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_EngNews.xml

फोटो -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_Photo.xml

- Sponsored Advert -