बड़ामलहरा विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत ग्राम पंचायतों में कई साल से सरकारी राशि हड़पी जा रही है, लेकिन इन मामलों की जांचें होने के बाद भी लेकिन कार्रवाई नहीं हो पाई. बड़ामलहरा जनपद पंचायत की सीमा से सटे दस किलोमीटर की दूरी पर ठेके पर चल रही बक्सवाहा जनपद की ग्राम पंचायत दरगुवां में सचिव की कारस्तानियों को भी दबा दिया गया है.
पिछले छह वर्षों से यहां पदस्थ पंचायत सचिव कमल सिंह घोष के ऊपर निर्माण कार्यों सहित पंच परमेश्वर की राशि में हेराफेरी के आरोप हैं. लेकिन जनपद व जिले के आला अधिकारियों के डदम पर वह आज भी बचे हुए हैं. लिखित निर्देश मिलने के बावजूद, सचिव द्वारा जांच दल को आवश्यक दस्तावेज उपलब्ध नहीं कराये जा रहे. जांच अधिकारी भी नोटिस देकर खामोश बैठ गए हैं. जनपद पंचायत, बक्सवाहा के सीईओ राजनाथ सिंह ने मामले पर कहा कि “मुझे अभी इस मामले की जानकारी नहीं है, एपीओ से अभी जानकारी लेकर जांच कराऊंगा. यदि ऐसा है तो दोषी के विरुद्घ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.”
यहाँ कागजों में सभी कार्यों के नाम पर धन राशि निकाल ली गई है पर काम कुछ नहीं हुआ. रोजगार गारंटी के कार्यों में फर्जी मजदूरों के नाम से धन राशि का निकली गई. गांव की आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के खाते में भी मजदूरी के नाम पर पहले रुपये डाले गए, जो उनसे वापस ले लिए गए. कार्रवाई के अभाव में धांधलियाँ जारी है.
सैमसंग के उत्तराधिकारी के खिलाफ वकीलों ने खोला मोर्चा