बिना कैलोरी घटाए भी जी सकते हैं लंबी उम्र
बिना कैलोरी घटाए भी जी सकते हैं लंबी उम्र
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यूं तो लंबे और स्वस्थ्य जीवन के लिए आम तौर पर कैलोरी घटाने की सलाह दी जाती है। लेकिन एक नए अध्ययन से पता चला है कि आप बिना कैलोरी घटाए भी अपने खान-पान में सिर्फ प्रोटीन और कार्बोहाइड्रेट का सही संतुलन रखकर लंबा और स्वस्थ्य जीवन जी सकते हैं। चूहे पर किए गए अध्ययन से पता चला है कि यदि आप अपने भोजन में प्रोटीन की मात्रा कम रखें और कार्बोहाइड्रेट की मात्रा अधिक रखें, तो वही परिणाम हासिल कर सकते हैं, जो कैलोरी घटाने से मिलता है। सिडनी विश्वविद्यालय के चार्ल्स पर्किं स सेंटर के अकादमिक निदेशक और वरिष्ठ लेखक स्टीफेन सिंप्सन ने कहा, "(अध्ययन में) कम प्रोटीन और अधिक कार्बोहाइड्रेट की खुराक लेने पर चूहों को वैसा ही लाभ मिला, जैसा 40 फीसदी कम कैलोरी वाला खुराक लेने से मिलता है।"

उन्होंने कहा, "कुछ सनक मिजाज लोगों को छोड़ दिया जाए, तो कोई भी लंबे समय तक 40 फीसदी कम कैलोरी वाला खुराक नहीं ले सकता है। और यदि कोई ऐसा करता है, तो उसकी हड्डी का घनत्व कम हो जाएगा, उसमें कामेच्छा खत्म हो जाएगी और उनमें प्रजनन क्षमता भी खत्म हो जाएगी।" शोधार्थियों ने तीन अलग-अलग प्रकार के खुराकों का आठ सप्ताह तक चूहों के विभिन्न समूहों पर उपयोग कर यह निष्कर्ष निकाला कि प्रोटीन और कार्बोहाइड्रेट का सही संतुलन रखकर लंबा और स्वस्थ्य जीवन हासिल किया जा सकता है। उन्होंने पाया कि जिन चूहों के लिए कम प्रोटीन और अधिक कार्बोहाइड्रेट वाला भोजन हमेशा उपलब्ध था, उनमें कॉलेस्ट्रॉल, इंसुलीन और रक्त शर्करा का स्तर अधिक खाने के बाद भी वैसा ही था, जैसा कम कैलोरी वाला भोजन लेने वाले चूहों का था।

प्रोटीन-कार्बोहाइड्रेट का सही संतुलन वाला भोजन हमेशा खाने के बाद भी चूहों का उपापचय कम कैलोरी लेने वाले चूहों से बेहतर था और वे मोटे भी नहीं हुए। शोधार्थियों ने कहा कि इस विषय पर और अध्ययन किए जाने की जरूरत है कि आखिर कम प्रोटीन और अधिक कार्बोहाइड्रेट वाला भोजन किस तरह से स्वस्थ्य और लंबा जीवन देने में मदद करता है। इस अध्ययन के आधार पर सिंप्सन ने कहा, "चूहों पर किए गए अध्ययन के आंकड़े और मानव पर किए गए शोध के निष्कर्षो से पता चलता है कि यदि बढ़ती उम्र में कम मात्रा में प्रोटीन और काफी मात्रा में उत्तम श्रेणी का कार्बोहाइड्रेट लिया जाए तो वह स्वास्थ्य के लिए अच्छा होता है।" यह अध्ययन शोध पत्र सेल रिपोर्ट्स में प्रकाशित हुआ है।

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