महामारी कोरोना वायरस (COVID-19) को फैलने से रोकने के लिए लागू लॉकडाउन के कारण आर्थिक तनाव को दूर करने के लिए, केंद्र कुछ राज्यों द्वारा दिए गए सुझावों पर विचार कर रहा है. राज्यों ने लॉकडाउन 5 में टूरिज्म और हॉस्पिटेलिटी सेक्टर के छूट देने की मांग की है.
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आपकी जानकारी के लिए बता दे कि पुडुचेरी, केरल, गोवा, आदि और कुछ उत्तर-पूर्वी राज्य और केंद्रशासित प्रदेशों की अर्थव्यवस्थाएं टूरिज्म और हॉस्पिटेलिटी पर बहुत अधिक निर्भर हैं. इन दो सेक्टर्स को लॉकडाउन प्रतिबंधों से छूट मिलना बाकी है. लॉकडाउन 5.0 के दौरान केंद्र सरकार होटल, रेस्तरां, समुद्र तट, आदि खोलने की मांग को पूरा करने के तरीकों की तलाश कर रही है. उम्मीद है कि केंद्र सरकार इन्हें लेकर प्रतिबंधों में अधिक छूट दे सकती है, जिससे राज्यों में आर्थिक गतिविधियां शुरू हो सकेंगी.
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मीडिया रिपेार्ट के अनुसार एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी ने कहा कि जिन राज्यों की अर्थव्यवस्था टूरिज्म और हॉस्पिटेलिटी के भरोसे है, वे अभी भी संघर्ष कर रहे हैं और इन राज्यों ने ऐसे क्षेत्रों के लिए नियमों को आसान बनाने की मांग की है. उम्मीद है कि लॉकडाउन 5.0 में टूरिज्म और हॉस्पिटेलिटी को राहत मिल सकती है.अपने बयान में वरिष्ठ सरकारी अधिकारी ने कहा कि राज्यों ने विजिटर्स की संख्या को सीमित करके होटल, रेस्तरां, पर्यटन, आदि खोलने के लिए सुझाव दिए हैं. साथ ही अनिवार्य रूप से शारीरिक दूरी का पालन करने आरोग्य सेतु ऐप अनिवार्य करने और तापमान जांच करने का भी सुझाव दिया है. राज्यों ने केंद्र से अनुरोध किया है कि इसके माध्यम से वे राज्य को चलाने के लिए आवश्यक राजस्व संग्रह बढ़ा सकते हैं.
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