एनआरसी और एनपीआर के खिलाफ बिहार विधानसभा में प्रस्ताव पास होने के बाद राजनीतिक बवाल प्रांरभ हो गया है. तमिलनाडु में भी प्रस्ताव पास किए जाने के सवाल पर सीएम पलानीस्वामी ने गुरुवार को कहा कि राज्य सरकार इस पर विचार कर रही है. बिहार विधानसभा में एनआरसी और एनपीआर के खिलाफ प्रस्ताव पास किया गया है. बिहार में राष्ट्रीय नागरिकता रजिस्टर (एनआरसी) के खिलाफ और राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर (एनपीआर) को 2010 के प्रारूप के साथ ही लागू करने को लेकर मंगलवार को विधानसभा में प्रस्ताव पास किया गया. बिहार एनडीए शासित राज्यों में ऐसा करने वाला पहला राज्य बन गया. इसे लेकर सियासी गलियारों में कई तरह की चर्चा हो रही हैं.
ताहिर हुसैन पर AAP का बड़ा बयान, कहा-उसके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए..
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार एनआरसी के खिलाफ प्रस्ताव पास होने से पहले नीतीश कुमार ने राजद नेता तेजस्वी यादव के साथ विधानसभा में बने मुख्यमंत्री कक्ष में मुलाकात की. दोनों नेताओं के बीच करीब 20 मिनट तक बातचीत हुई। दोनों के बीच क्या बातें हुईं, इसको लेकर किसी ने खुलासा नहीं किया. इस मुलाकात के थोड़ी देर बाद विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार चौधरी ने सदन में एनपीआर और एनआरसी पर प्रस्ताव पास होने की घोषणा कर दी. प्रस्ताव के मुताबिक बिहार में एनआरसी की आवश्यकता नहीं बताई गई है. साथ ही एनपीआर 2010 के प्रारूप के आधार पर लागू करने का सुझाव केंद्र सरकार को भेजने की बात कही गई है.
इंस्टाग्राम पर सस्ता आईफोन देने के नाम पर लुटे हजारों रूपए
वही दूसरी और प्रस्ताव पास होने के बाद तेजस्वी यादव ने ट्वीट कर कहा कि बिहार में एनआरसी और एनपीआर लागू नहीं करने की हमारी मांग पर आज विधानसभा में सर्वसम्मति से प्रस्ताव पास कराया गया. एनआरसी और एनपीआर पर एक इंच भी नहीं हिलने वाली भाजपा को आज हमने एक हजार किलोमीटर हिला दिया. भाजपा वाले माथा पकड़े टुकुर-टुकुर देखते रह गए. संविधान मानने वाले हम लोग सीएए भी लागू नहीं होने देंगे.
12 वीं की छात्रा के उल्टी करते ही मौत
आखिरकार निक जोनास ने प्रियंका चोपड़ा की उम्र के अंतर पर रखी अपनी बात
दिल्ली हिंसा पर गरजी मायावती, सीएम केजरीवाल को दे डाली सलाह