नई दिल्ली : सरकारी जीवन बीमा निगम की सहायक कंपनी LIC नेपाल ने भूकंप से प्रभावित दावों को जल्द निपटान के लिए अपना काम तेज कर दिया है। मुंबई स्थित LIC कार्यालय अपनी नेपाल कंपनी को विशेष निर्देश जारी कर चुका है। LIC के अध्यक्ष एसके राय ने कहा, "नेपाल में हमारी एक अलग कंपनी है जिसे LIC (नेपाल) के नाम से जाना जाता है।
उस कंपनी में LIC की सबसे अधिक 55 प्रतिशत हिस्सेदारी है। किसी भी निष्कर्ष पर पहुंचना जल्दबाजी होगी, क्योंकि वहां सबकुछ रुका हुआ है। जब से भूकंप आया है तब से स्कूल और कॉलेज बंद पड़े हैं।" राय LIC (नेपाल) के गैर-कार्यकारी अध्यक्ष भी हैं। उन्होंने बताया, "LIC इस तरह के हालात में जो काम भारत में करती है, वैसा ही नेपाल में करने को कहा गया है। हमने उत्तराखंड बाढ़ के मामले में दावों का निपटान में रियायती तरीका अपनाया था।"
दूसरी तरफ नेपाल में बीमा करने वाली सबसे बड़ी कंपनी को इस प्राकृतिक आपदा से हुए नुकसान के बदले 1000 करोड़ के दावों के सामने आने की उम्मीद है। जीआईसी री नाम की कंपनी के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक एके राय ने बताया, "मेरी कंपनी नेपाल में सबसे बड़ी बीमा कंपनी है। 7.9 की तीव्रता वाले भूकंप से हुए विनाश को लेकर कंपनी को करीब 1000 करोड़ रुपये के दावों का भुगतान करना होगा।"