दुमका। झाविमो के प्रमुख और पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष के बेटे की नाबालिग शादी के मामले को सत्तारूढ दल लीपापोती करने में लगे हैं। भाजपा के कुछ नेता मेडिकल बोर्ड तैायार करने करने की कोशिश में हैं। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष के पुत्र की नाबालिग से शादी के मामले में सत्तारूढ़ दल लीपापोती करने में लगे हुए हैं।
भारतीय जनता पार्टी के कुछ नेताओं द्वारा मेडिकल बोर्ड करवाने की बात कही गई है। उनका मानना था कि मेडिकल बोर्ड वहां स्थापित हो। यहां पर भारतीय जनता पार्टी का शासन हो या फिर न हो। उनका यह भी कहा था कि इस तरह की मेडिकल जांच बिहार, बंगाल और ओडिसा आदि राज्यों में हो सकेगी। इस दौरान उन्होंने कहा कि मेडिकल जांच में बिहार, बंगाल या फिर ओड़िसा आदि पड़ोसी राज्य में भी इस तरह की जांच हो सकती है।
इतना ही नीं ऐसे मंत्रियों पर कार्रवाई की बात कही गई है जिसमें दोनों मंत्रियों पर कार्रवाई हो सकती है। उल्लेखनीय है कि इस मामे में यह कहा गया है कि जिन अधिकारियों को यह शादी रूकवाना चाहिए वे शादी में भोज कर रहे थे। दरअसल बाल विवाह में शामिल होने वाले मंत्री डाॅ. लोईस मरांडी और अमर बाउरी विधायक अशोक भगत व अनंत ओझा पर कार्रवाई कर सकते हैं। पूर्व मुख्यमंत्री मरांडी ने कहा कि यह मामला तब उजागर हुआ जब किसी ने यौन शोषण का आरोप लगाया। बाद में लड़की ने विवाह करने से इन्कार किया और एक लड़की ने तो यौन शोषण का आरोप भी लगाया। ऐसे में संबंधित पर कार्रवाई हुई।