मध्यप्रदेश / सागर : मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने नेताओं को नसीहत देते हुए कहा कि जरा सा भी दंभ न करें. कुछ लोग नेता और अधिकारी बन गए तो कॉलर ऊंची करके कहते हैं कि मेरी गाड़ी कैसे रोक दी. तुम हो कौन. मुख्यमंत्री ने कहा कि सब मिट्टी के पुतले हैं.
ऐसा कोई भी काम न करें. यह बात मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने 29 अप्रैल को सागर में कही. वे यहां बामौरा में चल रहे सवा पांच करोड़ शिवलिंग निर्माण कार्यक्रम में आए हुए थे. उन्होंने नेताओं से कहा कि अगर अाप नेता हैं तो हवाला-घोटाला और जनता से बेईमानी न करें.
जनता की सेवा करें तभी भगवान मिलेंगे. वरना नरक में भी जगह नहीं मिलेगी. समाज के प्रत्येक व्यक्ति को चाहिए कि उसे जो काम मिला है उसके उत्तरदायित्व पूरी ईमानदारी, मेहनत और निष्ठा के साथ निभाए. डॉक्टर, इंजीनियर, किसान आदि अपना काम ईमानदारी से करें.
मुख्यमंत्री ने कहा कि परहित का काम करें. शरीर, मन व कर्म से सपने में भी ऐसे कोई काम न करें जिनसे दूसरों को कष्ट पहुंचे. अपराधियों पर नकेल कसने की बात करते हुए चौहान ने यह भी कहा कि इंदौर में लगातार आपराधिक घटनाएं बढ़ गई थीं.
इसी सिलसिले में मैंने डीजीपी और अन्य अधिकारियों के साथ 29 अप्रैल को सुबह ही मीटिंग ली. उनसे स्पष्ट कह दिया है कि पुलिस अपने काम में लापरवाही न बरतें. अपराधियों पर तेजी से और सख्त कार्रवाई हो. प्रदेश में या तो अपराधी रहेंगे या फिर शिवराज. दोनों एक साथ नहीं रहेंगे.
मुख्यमंत्री ने दद्दाजी से आशीर्वाद मांगा कि वह उन्हें सदबुद्धि दें. इस मौके पर आयोजक परिवहन मंत्री भूपेंद्र सिंह एवं राजस्व मंत्री रामपाल सिंह भी मौजूद थे.