पटना : बिहार चुनाव में नेताओं द्वारा बयानबाजियां जमकर की जा रही हैं। ऐसे में वे अपने प्रतिद्वंदी दल के नेताओं और गठबंधन में शामिल घटक दलों पर शब्द बाण चलाने से भी कोताही नहीं बरत रहे। अब पूर्व मुख्यमंत्री और आरजेडी अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव ने आरक्षण के मसले पर राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के सरसंघ चालक डाॅ. मोहन भागवत पर टिप्पणी की। जिसमें उन्होंने डाॅ. भागवत के बयान पर कटाक्ष किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा उन्हें भारत रत्न दिए जाने की बात भी उन्होंने टिप्पणी के तौर पर कही।
मिली जानकारी के अनुसार लालू प्रसाद यादव द्वारा माईक्रो ब्लाॅगिंग साईट ट्विटर पर ट्विट कर यह कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आरक्षण समाप्त करने की मांग करने के लिए डाॅ. भागवत को भारत रत्न दें। मगर पिछड़ों, दलितों, गरीबों और अन्य वर्गों के लोगों के साथ लालू को भी फांसी दे दें मगर वे खामोश नहीं रहेंगे।
लालू ने जातीय जनगणना के आंकड़े प्रकाशित करने पर जोर देते हुए कहा कि यदि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चाहें तो वे संयुक्त राष्ट्र संघ जाकर उनके विरूद्ध आवेदन दे सकते हैं। मगर वे गरीबों की लड़ाई लड़ना बंद नहीं करेंगे। मामले में यह बात सामने आई कि भागवत द्वारा संघ के मुखपत्र पांचजन्य और आॅर्गेनाईज़र को उन्होंने इंटरव्यू दिया और कहा कि आरक्षण पर पुनर्विचार जरूर किया जाना चाहिए।
भागवत द्वारा इस सुझाव को लेकर राजनीति तेज हो गई। बिहार विधानसभा चुनाव में राष्ट्रीय जनता दल प्रमुख यादव और जनता दल यूनाईटेड के नेता भी मैदान में हैं और वे वोट की तिकड़म लगाने की जुगाड़ में हैं। अब देखना यह है कि जुगाड़ के बीच लालू का लालटेन टमटम मे ंलगने वाले हिचकोलों के बाद भी फिट बैठ पाता है या नहीं।