भोपाल : 15 नवम्बर को मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह जब रतलाम और देवास उपचुनाव मे चुनावी सभा के लिए प्राइवेट हेलीकाप्टर से जा रहे थे, जब लेंडिंग के समय सोनल ने देखा कि हेलीपैड के ऊपर से हाइवोटेज की इलेक्ट्रिक लाइन जा रही है, तो उन्होने तुरंत हेलिकॉप्टर को वापस ऊपर उठाया, और आसमान में एक राउंड लगाकर, दूसरी ओर से लेंडिंग कराई। पायलट सोनल वर्मा सूझ-बूझ और समझदारी से एक बड़ा हादसा टल गया।
इस हादसे के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह जी ने हर चुनावी सभा में सोनल वर्मा की सूझ-बूझ और समझदारी की जमकर प्रशंसा की, और 17 नवंबर को सोनल वर्मा के जन्मदिन पर उनकी कुशलता से अभिभूत की भरी सभा में तारीफ करते हुए जन्मदिन की शुभकामनाएं दी। जबलपुर मे पली-बड़ी सोनल वर्मा ने यू.एस. के हवाई स्थित पायलट ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट से ट्रेनिंग की, इससे पहले वे पंजाब सरकार का हेलिकॉप्टर उडाती थी।
अब फास्ट हेलीचार्टर्स इंडिया प्राइवेट लिमिटेड में कार्यरत है, इस कंपनी से बीजेपी ने म.प्र के चुनाव प्रचार के लिए हेलिकॉप्टर किराए पर लिया है, उस घटना के बाद सीएम का भरोसा सोनल पर इस तरह हो गया है की चुनावी अभियान के दौरान भोपाल से रतलाम और देवास तक हेलिकॉप्टर की पायलट वही है।