नई दिल्ली: राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के आदेश से केंद्र की मोदी सरकार ने जम्मू कश्मीर से धारा 370 को हटा दिया है। सोमवार को केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने उच्च सदन में जम्मू कश्मीर से 370 धारा हटाने की घोषणा की है। इसी के साथ अब जम्मू कश्मीर का बंटवारा करके लद्दाख को अलग कर दिया गया है। लद्दाख को बगैर विधानसभा केंद्र शासित प्रदेश का दर्जा दिया गया है।
उच्च सदन में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की तरफ से जारी किए गए बयान में कहा गया है कि काफी समय से स्थानीय लोगों की मांग थी कि इसे अलग केंद्र शासित प्रदेश का दर्जा दिया जाए, ताकि यहां रहने वाले लोग अपने लक्ष्यों को हासिल कर सकें। बता दें कि लद्दाख उत्तर में काराकोरम पर्वत और दक्षिण में हिमालय पर्वत के बीच में स्थित है। लद्दाख के उत्तर में चीन और पूर्व में तिब्बत की सीमाएं पड़ती हैं।
चारों तरफ से सीमावर्ती इलाकों से घिरा लद्दाक का सामरिक नजरिए से काफी महत्वपूर्ण है। आपको बता दें कि लद्दाख की कुल जनसंख्या 3 लाख के लगभग है। पूरे लद्दाख का क्षेत्रफल 33,554 Sq।Km । इसके अंतर्गत एक लोकसभा सीट और 4 विधानसभा सीट आती है। अब सरकार के फैसले के बाद लद्दाख एक अलग केंद्र शासित प्रदेश होगा और वहां उपराज्यपाल का शासन चलेगा।