नई दिल्ली: विवादित कॉमेडियन कुणाल कामरा ने अपने नए ‘कॉमेडी’ शो ‘बी लाइक’ में भारत की सुप्रीम कोर्ट को लेकर बेहद अभद्र टिप्पणी की है। सर्वोच्च न्यायालय में उनके खिलाफ चल रहे अवमानना के केस को लेकर कामरा ने माननीय न्यायालय को गाली देते हुए कहा है कि, 'प्रिय सुप्रीम कोर्ट! कल की बातें भूल जा, ल*ड़ा पकड़ के झूल जा।'
The respect for My lords. pic.twitter.com/BzHrrHFAUh
— अंकित जैन (@indiantweeter) March 4, 2022
शीर्ष अदालत के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी करने से पहले कामरा ने कहा कि उनके मन में सुप्रीम कोर्ट से ज्यादा सम्मान शॉपिंग मॉल के फूड कोर्ट के लिए है। उन्होंने आगे आरोप लगाया कि सर्वोच्च न्यायालय ‘ब्राह्मण बनिया’ का मामला है और यह विभिन्न संस्कृतियों का प्रतिनिधित्व नहीं करता है। कामरा ने आगे कहा कि, 'देश की सुप्रीम कोर्ट, जिसे मैं भी नहीं मानता… मैं एक शॉपिंग मॉल के फूड कोर्ट का ज्यादा सम्मान करता हूँ … कम से कम यह विभिन्न संस्कृतियों का प्रतिनिधित्व करता है। देश का सुप्रीम कोर्ट ‘ब्राह्मण-बनिया’ का मामला है। मैं इसका सम्मान नहीं करता।'
बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने दिसंबर 2020 में कुणाल कामरा को न्यायपालिका के खिलाफ अवमानना वाली टिप्पणी करने के बाद कार्रवाई को लेकर एक नोटिस जारी किया था। अपने एक ट्वीट में कमरा ने तत्कालीन CJI अरविंद बोबडे को अपनी मध्यमा उंगली दिखाई थी और एक अन्य ट्वीट में उन्होंने सर्वोच्च न्यायालय को भगवा रंग में रंगते हुए आरोप लगाया था कि यह NDA सरकार की कठपुतली बन चुकी है।
पहले ट्वीट में कामरा ने सर्वोच्च न्यायालय की तुलना सुप्रीम जोक से की थी। अगले ट्वीट में उन्होंने लिखा था कि, 'जिस रफ़्तार से सुप्रीम कोर्ट ‘राष्ट्रीय हितों’ के मामलों में कार्य करता है, अब समय आ गया है कि हम महात्मा गाँधी की तस्वीर को हरीश साल्वे की तस्वीर से बदल दें।' अपने तीसरे ट्वीट में कामरा ने न्यायमूर्ति डीवाई चंद्रचूड़ की तुलना ‘प्रथम श्रेणी के यात्रियों को शैंपेन परोसने वाले फ्लाइट अटेंडेंट’ से कर दी थी, जो तेज सर्विस देता है। जबकि आम जनता को यह नहीं पता था कि वे कभी सवार होंगे या बैठे होंगे, सेवा की तो बात ही छोड़िए।' अंतिम ट्वीट में उन्होंने शीर्ष अदालत या उसके जजों का उल्लेख करते हुए वकीलों को उनके लिए ‘माननीय’ का प्रयोग बंद करने के लिए उकसाया। उन्होंने कहा, 'यहाँ सम्मान ने बहुत पहले साथ छोड़ दिया है।'
कामरा ने सर्वोच्च न्यायालय की इमारत की एक मॉर्फ्ड तस्वीर भी पोस्ट की थी, जिसमें सुप्रीम कोर्ट के प्रवेश द्वार पर भाजपा का झंडा फहराया गया था। मुंबई के वकील रिजवान सिद्दीकी ने कहा कि यदि कोर्ट ने कामरा द्वारा दिए गए अपमानजनक बयानों पर कार्रवाई नहीं की तो उनके लाखों अनुयायी इसी रास्ते पर चलेंगे और जब फैसला उनके पक्ष में नहीं होगा तो इसी प्रकार के आरोप लगाएँगे। ऐसे में अब देखना ये होगा कि क्या सुप्रीम कोर्ट या पुलिस कुणाल कामरा के खिलाफ कोई कार्रवाई करती हैं, या नहीं। क्योंकि अगर कोई एक्शन नहीं लिया जाता, तो सच में भी देश में एक भयानक ट्रेंड शुरू हो सकता है, जिसमे अपने मन मुताबिक फैसला न आने पर लोग सुप्रीम कोर्ट को खुले आम गरियाएंगे और न्यायपालिका की इज्जत रत्ती भर भी नहीं रहेगी।
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