tyle="text-align: justify;">एक बाबा किसी महफ़िल में गए।
वहां सब उनका मजाक उड़ाने लगे।
बाबा ने कहा, 'देखो हम फ़क़ीर लोग हैं, हमारा मज़ाक न उड़ाए।'
लोग फिर भी खूब हंसे।
बाबा को बहुत गुस्सा आया और उन्होंने गुस्से में कहा शांत रहो सभी...
तभी अचानक सबको एक साथ दिखना बंद हो गया। वे अंधे हो गए।
वो सब बाबा के कदमों में गिर गए, और बोले - 'बाबा जी हमें माफ़ कर दो।'
बाबा जी ने जूता उतारा और सबके एक-एक मारा और चिल्लाते हुए बोले,
'सालों! लाइट चली गई है लाइट,
कोई तो जेनरेटर ऑन करो, मुझे भी दिखाई नहीं दे रहा है.....