हिन्दू धर्म में नाग देवता को जल और अन्न का देवता माना जाता है। सावन में शुक्ल पक्ष की पंचमी के दिन नाग पंचमी का त्योहार धूमधाम से मनाया जाता है। इस दिन नाग देवता की विधि-विधान से पूजा की जाती है। ऐसा माना जाता है कि नाग पंचमी की पूजा से भगवान शंकर प्रसन्न होते हैं और व्यक्ति को सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है। आइए जानते हैं नाग पंचमी के महत्व और परंपराओं के बारे में।
इस वर्ष नाग पंचमी 09 अगस्त को मनाई जा रही है। पूजा का शुभ समय शाम 05 बजकर 47 मिनट से लेकर 08 बजकर 27 मिनट तक है। इस दौरान नाग देवता की पूजा करने से विशेष फल की प्राप्ति होती है।
हिन्दू धर्म में प्राचीन काल से ही नाग पंचमी के दिन घर के मुख्य द्वार पर नाग देवता की आकृति बनाने की परंपरा चली आ रही है। इसके लिए गाय के गोबर का उपयोग किया जाता है। मान्यता है कि ऐसा करने से घर में शुभता आती है और नाग भय नहीं रहता। गोबर से नाग की आकृति बनाकर पूजा करने से घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है और परिवार के सभी सदस्यों को सुख-शांति प्राप्त होती है।
नाग देवता महादेव के गले का श्रृंगार होते हैं, इसलिए इस दिन नाग देवता के साथ भगवान शिव और माता पार्वती की भी पूजा की जाती है। मान्यता है कि नागपंचमी के दिन नाग देवता के साथ शिवशक्ति की पूजा करने से घर में समृद्धि आती है और भगवान शिव की कृपा बनी रहती है। भगवान शिव के आभूषण के रूप में नाग देवता का महत्व अद्वितीय है और उनकी पूजा करने से व्यक्ति के जीवन में आ रही बाधाएं दूर होती हैं।
नाग पंचमी के दिन घर के मुख्य द्वार पर गोबर से नाग देवता की आकृति बनाएं और उस पर हल्दी, चंदन और फूल चढ़ाएं। इसके बाद धूप-दीप जलाकर नाग देवता की आरती करें। पूजा में दूध, चावल, मिठाई और फूल अर्पित करें। पूजा के दौरान भगवान शिव और माता पार्वती का ध्यान करें और उनसे सुख-समृद्धि की कामना करें। पूजा के बाद नाग देवता की कहानी सुनें और व्रत का पालन करें।
नाग पंचमी का पर्व सदियों से भारतीय संस्कृति का अभिन्न हिस्सा रहा है। इस दिन विशेष रूप से नाग देवता की पूजा करने का महत्व है क्योंकि इससे व्यक्ति को जीवन में सुख, शांति और समृद्धि की प्राप्ति होती है। नाग देवता को प्रसन्न करने से घर में हमेशा सुख-शांति बनी रहती है और किसी प्रकार का नाग भय नहीं होता। इस दिन व्रत रखने से भी व्यक्ति को विशेष फल की प्राप्ति होती है।
भोपाल निवासी ज्योतिषी एवं वास्तु सलाहकार पंडित हितेंद्र कुमार शर्मा के अनुसार, नाग पंचमी के दिन नाग देवता की पूजा करने से घर में सुख-समृद्धि आती है। गोबर से नाग की आकृति बनाकर पूजा करने से परिवार के सभी सदस्यों को शुभ फल प्राप्त होते हैं और जीवन में आ रही समस्याएं दूर होती हैं। नाग पंचमी के इस विशेष पर्व पर नाग देवता की पूजा करके भगवान शिव की कृपा प्राप्त करें और अपने जीवन को सुखमय बनाएं। नाग पंचमी का पर्व हमारे धार्मिक और सांस्कृतिक परंपराओं का महत्वपूर्ण हिस्सा है। इस दिन नाग देवता की पूजा करके हम अपने जीवन में सुख, शांति और समृद्धि ला सकते हैं। इस पर्व की परंपराओं और पूजा विधियों का पालन करके हम भगवान शिव और नाग देवता की कृपा प्राप्त कर सकते हैं। आइए, इस नाग पंचमी पर हम सभी मिलकर नाग देवता की पूजा करें और अपने जीवन को सुखमय बनाएं।
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