जयपुर: राजस्थान में गुर्जर आंदोलनकारियों से बातचीत नाकाम होने के बाद राज्य सरकार ने अब सख्त रुख अपनाने का फैसला किया है. आंदोलनकारी नेता कर्नल किरोड़ी सिंह बैंसला और राजस्थान सरकार के खेल राज्य मंत्री अशोक चांदना के बीच बातचीन में सहमति नहीं बनने के बाद 223 आंदोलनकारियों पर केस दर्ज किया गया है.
गुर्जर नेता कर्नल किरोड़ी सिंह बैंसला ने कहा है कि यदि उनकी मांगे नहीं मानी गई तो वे लोग दिवाली का त्यौहार पटरी पर ही मनाएंगे. बातचीत नाकाम होने के बाद जयपुर लौटे मंत्री अशोक चांदना ने कहा कि जितनी मांगें मानी जा सकती थीं वह सब राजस्थान सरकार ने मान ली हैं और आगे भी मांगें मानी जाएंगी, किन्तु गुर्जर नेता गैरवाजिब मांगें कर रहे हैं जिसे मानना संभव नहीं है.
आपको बता दें कि गुर्जर नेताओं के राजस्थान में सोमवार से चक्का जाम करने की घोषणा के बाद राजस्थान सरकार के मंत्री अशोक चांदना वार्ता के लिए हिंडौन पहुंचे थे. जहां पर ढाई घंटे तक दोनों के बीच वार्ता हुई लेकिन सहमति नहीं बन पाई. उसके बाद नाराज होकर कर्नल किरोड़ी सिंह बैंसला के बेटे विजय बैंसला वापस जाकर पटरी पर बैठ गए. बातचीत टूटने के बाद आंदोलन तेज होने का डर सताने लगा है. बता दें कि पहले से ही आंदोलन के कारण 5 जिलों में 10 दिनों से इंटरनेट बंद है और रोज 30 से अधिक ट्रेनें प्रभावित हो रही हैं. रोडवेज की बसों के बंद होने के कारण दिवाली पर आने-जाने वाले लोगों को भी काफी समस्याएं हो रही हैं.
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