देहरादून: कोरोना वायरस के कारण देशभर में लॉकडाउन की मियाद बढाकर 3 मई तक कर दी गई है. तेजी से फैलती इस महामारी के चलते चार धाम यात्रा पर भी संकट मंडराने लगा है. सूत्रों के अनुसार लॉकडाउन के दौरान मंदिरों के कपाट तो शुभ मुहूर्त में निर्धारित समय पर खोले जा सकते हैं. किन्तु भक्त कब भगवान के दर्शन कर सकेंगे, इसके सम्बन्ध में अभी कुछ नहीं कहा जा सकता है.
उत्तराखंड के पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, इस समय केंद्र और राज्य सरकार के सामने कोरोना से लड़ने की चुनौती है. चार धाम की यात्रा को लेकर अब कोई भी निर्णय केंद्र की मोदी सरकार के निर्देशों को ध्यान में रखकर ही लिया जाएगा. कोरोना संक्रमण के कारण राज्य और जिलों की सभी सीमाएं भी बंद हैं.
उन्होंने बताया है कि 26-27 अप्रैल से गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट खुलने जा रहे हैं. जबकि 29-30 अप्रैल को केदारनाथ और बद्रीनाथ धाम के पट खोले जाएंगे. प्रतिवर्ष चार धाम की यात्रा के लिए भक्तों का जत्था यहां दर्शन के लिए जाता है. वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन (WHO) की गाइडलाइंस के अनुसार, कोरोना संक्रमण से बचने का फिलहाल एकमात्र तरीका सोशल डिस्टेंसिंग ही है. ऐसे में सरकार श्रद्धालुओं को चार धाम यात्रा की मंजूरी देने का खतरा कभी नहीं उठाना चाहेगी.
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