श्रीनगर: जम्मू कश्मीर के नगरोटा की जगती टाउनशिप में रह रहे विस्थापित कश्मीरी पंडितों ने मंगलवार को अपने समुदाय वालों के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक की। इस बैठक में कश्मीरी विस्थापितों की घाटी वापसी पर विचार विमर्श किया गया। इस दौरान कहा गया कि आज तक विस्थापितों की घर वापसी को लेकर प्रत्येक सरकार ने केवल योजना ही बनाई है, किन्तु इन योजनाओं पर कोई अमल नहीं किया गया।
इस बैठक के दौरान कश्मीरी पंडितो ने सरकार से कश्मीर के विस्थापितों के लिए अलग सेटलाइट टाउनशिप बनाने और कश्मीरी विस्थापित नौजवानों के लिए प्रधानमंत्री एम्प्लॉयमेंट पैकेज के तहत अधिक से अधिक पोस्ट निकालना जैसे मुद्दों पर भी चर्चा हुई। इस अवसर पर दिल्ली में रह रहे कुछ कश्मीरी नेताओ द्वारा हुर्रियत से बातचीत करने पर नाराजगी जाहिर हुए प्रदर्शन भी किया गया।
आपको बता दें कि 1990 में जम्मू कश्मीर के कट्टरपंथियों के खौफ से इन कश्मीरी पंडितों को अपना घर, अपनी संपत्ति छोड़कर भागना पड़ा था। इस पलायन के बाद भी कई कश्मीरी पंडितों को मार डाला गया था और महिलाओं और बच्चियों के साथ बेरहमी से बलात्कार किए गए थे। आंकड़ों के अनुसार इस्लामी चरमपंथियों की दहशत से लगभग साढ़े चार लाख कश्मीरी पंडित अपना घर छोड़ कर पलायन कर गए थे।
बजट के बाद पहली बार डीजल के दामों में आई कमी, पेट्रोल में भी दिखी स्थिरता
पेट्रोल डीजल के दामों में रिकॉर्ड तेजी के बाद आज मिली राहत, जानिए क्या हैं रेट
6 जुलाई राशिफल: इन चार राशिवालों पर होगी धनवर्षा, जानिए क्या कहते हैं आपके सितारे