कासगंज: उत्तर प्रदेश के कासगंज जिले में गणतंत्र दिवस पर हुए विवाद ने उग्र रूप धारण कर लिया है. कासगंज में उपद्रवी इतना हिंसक हो रहे हैं कि वे अब चेहरा देखकर हमला कर रहे हैं. हिन्दू जहां दाढ़ी और टोपी देखकर हमला शुरू कर देते हैं वहीं मुसलमान जहां तिलकधारी या गैर मुस्लिम को देखते हैं, उसी पर टूट पड़ते हैं, चाहे उसका विवाद से कोई वास्ता हो या ना हो. उपद्रवियों ने कल भी शहर के कुछ इलाक़ों में तोड़फोड़ और आगज़नी की. क़रीब आधा दर्जन दुकानें, एक घर, तीन बसें और एक कार में पेट्रोल डालकर आग लगा दी गई.
गौरतलब है कि, तिरंगा यात्रा के दौरान उत्तर प्रदेश के कासगंज में दो गुटों के बीच हुए संघर्ष में 22 साल के चंदन गुप्ता की मौत हो गई थी. ये. इस संघर्ष में नौशाद नाम का एक व्यक्ति भी घायल हो गया, जिसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है. उसके बाद से मामले ने तूल पकड़ लिया और दोनों पक्षों से कई लोग सड़कों पर आकर आगज़नी और तोड़ फोड़ करने लगे.
कल फिर से भड़की हिंसा के मद्देनज़र पुलिस ने शहर में इंटरनेट सेवा स्थगित कर दी है. और धारा 144 लागू कर दी गई है. मामले की जांच के लिए एसआईटी का गठन किया गया है. एडीजी आनंद कुमार के मुताबिक 49 लोगों को गिरफ़्तार किया गया है. इनमें वीएचपी नेता साध्वी प्राची भी हैं, जिन्हें ईटा आते वक़्त पुलिस ने गिरफ़्तार किया.
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