इस्लामाबाद : पाकिस्तान के कराची शहर में बुधवार को आतंकवादियों ने एक बस पर अंधाधुंध गोलियां बरसाईं, जिसमें बस में सवार शिया समुदाय के कम से कम 45 लोगों की मौत हो गई। इस हमले में 20 अन्य घायल हो गए हैं। इस घटना की चारों तरफ निंदा हो रही है। यह हमला सिंध प्रांत की राजधानी स्थित शफूरा चौक इलाके के नजदीक हुआ। सिंध के पुलिस महानिरीक्षक गुलाम हैदर जमाली ने बताया कि बस में 60-65 लोग सवार थे। उन्होंने कहा, "तीन मोटरसाइकिलों पर सवार होकर आए लगभग छह हमलावर बस में चढ़ गए और उन्होंने अंधाधुंध गोलीबारी शुरू कर दी।
उन्होंने लोगों को मारने के लिए नौ एमएम की पिस्तौल का इस्तेमाल किया।" आगे की जांच में खुलासा हुआ है कि हमलावरों ने छोटे मशीनगन का भी इस्तेमाल किया था। सिंध के पुलिस प्रमुख ने हमलावरों को गिरफ्तार कर उन्हें न्याय के कठघरे में लाने का संकल्प लिया है। अधिकांश घायलों को निकटवर्ती मेमन अस्पताल संस्थान में, जबकि अन्य को आगा खान अस्पताल तथा अब्बासी शहीद अस्पताल ले जाया गया है। प्रारंभिक जांच रपट के मुताबिक, हमलावरों ने पहले चालक को मारा और फिर यात्रियों पर ताबड़तोड़ गोलियां बरसाईं। उन्हें सिर व गले में गोलियां लगीं हैं।
बस का घायल परिचालक किसी तरह बस को मेमन अस्पताल संस्थान तक ले जाने में कामयाब रहा, जहां घायलों की भारी संख्या के कारण आपात स्थिति लागू कर दी गई। वीडियो फूटेज में बस पर गोलियों के निशान नहीं दिख रहे हैं, इस वजह से माना जा रहा है कि हमलावरों ने बस में घुसकर गोलियां चलाई होंगी। सिंध के मुख्यमंत्री सैयद कईम अली शाह ने मीडिया से कहा कि स्पष्ट है कि इस भयानक हमले के पीछे प्रतिबंधित तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) का हाथ है। सफूरा गोठ पहुंचे मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रतिबंधित समूह ने हमले की जिम्मेदारी ली है।
मुख्यमंत्री ने कहा, "स्पष्ट है कि हमले के पीछे टीटीपी का हाथ है। पुलिस महानिरीक्षक व पुलिस उपाधीक्षक मेरे साथ हैं। घटना की अंतरिम रपट तीन दिनों में जारी कर दी जाएगी और एक विस्तृत रपट एक सप्ताह में जारी होगी।" सिंध सरकार की कार्यक्षमता के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि सरकार को लोगों का समर्थन है और घटना के बाद शुरू किए गए अभियान में प्रगति देखी जा रही है। उन्होंने कहा कि ऐसे हमले पंजाब तथा खैबर पख्तूनख्वा में भी हुए हैं और वह तभी इस्तीफा देंगे, जब सरकार का प्रदर्शन ठीक नहीं होगा।
उन्होंने कहा, "हमें दुख है कि एक बेहद शांत समुदाय को निशाना बनाया गया है।" उन्होंने संकल्प लेते हुए कहा कि आतंकवादियों को बख्शा नहीं जाएगा और उन्हें न्याय के कठघरे में लाया जाएगा। प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने हमले की निंदा की है। अपने आधिकारिक कार्यक्रमों को स्थगित कर वे कराची रवाना हो गए। उन्होंने सिंध के पुलिस महानिरीक्षक तथा पाकिस्तान रेंजर्स के महानिदेशक से घटना की रपट मांगी है। भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हमले की कड़ी निंदा की है।
मोदी ने ट्विटर पर लिखा, "कराची में हमला होना बेहद दुखद एवं निंदनीय है। हमारी हमदर्दी मृतकों के परिवारों के साथ है।" उन्होंने लिखा, "हम इस दुख की घड़ी में पाकिस्तान के लोगों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े हैं। मैं घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना करता हूं।" पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के प्रमुख इमरान खान ने ट्विटर पर लिखा कि वह कराची में सर्वाधिक शांतिपूर्ण समुदाय के लोगों पर हुए सर्वाधिक निंदनीय आतंकवादी हमले से दंग व आहत हैं।
पाकिस्तान के राष्ट्रपति ममनून हुसैन ने भी हमले की निंदा की। पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल राहील शरीफ ने हमले के बाद अपना श्रीलंका दौरा रद्द कर दिया है। उन्हें बुधवार को श्रीलंका रवाना होना था। सिंध के मुख्यमंत्री ने इलाके के थाना प्रभारी और जिला पुलिस अधीक्षक की तत्काल बर्खास्तगी के आदेश दिए हैं।