नई दिल्ली : जवाहरलाल नेहरू छात्र संघ के नेता कन्हैया कुमार ने कहा है कि केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी को हैदराबाद केंद्रिय विश्वविद्यालय के छात्र रोहित वेमुला से ध्यान हटाने हेतु उन्हें मानव संसाधन विकास मंत्रालय से हटा दिया गया। आखिर उन्होंने बुधवार को इस बात का दावा करते हुए कहा कि छात्र रोहित वेमुला मसले से ध्यान हटाने के लिए उन्हें मानव संसाधन विकास मंत्रालय से हटा दिया गया।
देशद्रोह के मसले पर जमानत देने के ही साथ कन्हैया, रोहित वेमुला हेतु न्याय की मांग की गई इस मसले पर आंदोलन चलाया जा रहा है। रोहित वेमुला हैदराबाद विश्वविद्यालय के विद्यार्थी थे। उन्हें 5 अन्य विद्यार्थियों के ही साथ विश्वविद्यालय से हटा दिया गया था। इसके बाद रोहित अपने कमरे में फंदे से लटके हुए मिले थे। इस मामले में कन्हैया कुमार ने कहा था कि रोहित वेमुला को आत्महत्या करने के लिए मजबूर किया गया।
दलित समुदाय और विद्यार्थियों में केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी के विरूद्ध आक्रोश जताया। दरअसल ह्युमन रिसोर्स डेवलपमेंट मिनिस्ट्री से कपड़ा मंत्रालय द्वारा उन्हें भेजा जाना रोहित वेमुला के मसले से लोगों का ध्यान भटकाने के लिए किया गया। उनका कहना था कि यदि आपको मंत्रालय से हटा दिया जाता है और दूसरे में भेज दिया जाता है।
इस तरह के दंड की व्यवस्था नहीं है। दरअसल इसे केवल एक व्यवस्था कहा गया है। इस तरह का प्रबंधन चुनावों को लेकर किया गया लगता है। मंत्रिपरिषद के विस्तार और इसमें बदलाव करने के बाद केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी को ह्यूमन रिसोर्स डेवलपमेंट मंत्रालय से हटाकर कपड़ा मंत्रालय में भेजने की बात कही गई थी। इसके स्थान पर प्रकाश जावड़ेकर को केंद्रीय गृह मंत्रालय में मंत्री बना दिया गया।