गुना : यह लोकसभा सीट सिंधिया परिवार का गढ़ है। ग्वालियर की राजमाता विजयराजे सिंधिया, माधवराव सिंधिया और ज्योतिरादित्य सिंधिया इस सीट से जीतते आए हैं। पिछले चार बार से गुना से जीत रहे कांग्रेस उम्मीदवार ज्योतिरादित्य सिंधिया इस बार भी चुनावी मैदान में हैं। बीजेपी ने यहां से डॉ. केपी यादव को मैदान में उतारा है। केपी यादव पहले कांग्रेस में रहे हैं।
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बता दें इस सीट से ज्योतिरादित्य सिंधिया की पत्नी प्रियदर्शिनी राजे पूरी कमान संभाले हुए हैं। वही खुद ज्योतिरादित्य बहुत सक्रिय हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि इससे पहले चुनाव को लेकर सिंधिया परिवार में इतनी सक्रियता कभी नहीं दिखी। ज्योतिरादित्य और उनकी पत्नी 200 से ज्यादा चुनावी सभाएं कर चुके हैं। चुनावी प्रचार के दौरान प्रियदर्शिनी ने अपने पति से ज्यादा समय दिया।
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प्राप्त जानकारी के अनुसार सिंधिया परिवार ने इस सीट से ही चुनाव लड़ने की शुरुआत की। कहा जाता है कि जिसके नाम के पीछे सिंधिया होगा, वही जीतेगा, पार्टी चाहे जो हो। वही विजयाराजे, माधवराव सिंधिया और खुद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भी अपना पहला चुनाव यहीं से लड़ा। 1957 में विजयाराजे कांग्रेस से जीतीं तो उनके बेटे माधवराव 1971 में पहली बार चुनाव लड़े और जीते। वर्ष 2002 में माधवराव के निधन के बाद उनके बेटे ज्योतिरादित्य सिंधिया ने सियासी पारी की शुरुआत 2002 में हुए उपचुनाव में इसी सीट से की।
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