अहमदाबाद: 30 जनवरी, 2022 को पिराना अहमदाबाद पर सोशल मीडिया पर कुछ वीडियो जमकर वायरल हुए, जिसमें नासिर शेख नाम के एक शख्स ने आरोप लगाते हुए कहा कि RSS और VHP के कार्यकर्ताओं द्वारा मुसलमानों को पिराना छोड़ने के लिए विवश किया जा रहा है। लेकिन अब इंडिया टीवी के पत्रकार निर्णय कपूर ने इन दावों को खारिज करते हुए बताया है कि पिराना में बड़े पैमाने पर मुसलमानों के पलायन जैसा कुछ नहीं हुआ है। उन्होंने एक के बाद एक कई ट्वीट्स और वीडियो के माध्यम से यह साबित किया कि यह पूरा वायरल घटनाक्रम ही मनगढंत है। उन्होंने नासिर का एक वीडियो भी साझा किया है जिसमें उसने फेक न्यूज़ फैलाने की बात कबूल की है।
1/3 अहमदाबाद के पिराना से मुस्लिमो के पलायन का विडिओ रिकॉर्ड करने वाले नासिर ने आज एक दूसरा विडिओ जारी करके बताया की उसने विडिओ में जिन लोगों को हिजरत करते हुए दिखाया दरअसल वो लोग कलेक्टर ऑफिस आवेदन पत्र देने जा रहे थे..एक ट्रस्ट के विवाद को उसने कौमी रंग दे दिया ये है आज का बयान pic.twitter.com/5AAwm5uOLy
— Nirnay Kapoor (@nirnaykapoor) January 31, 2022
अपने ट्वीट में कपूर ने कहा कि, 'अहमदाबाद के पिराना से मुस्लिमो के पलायन का विडिओ रिकॉर्ड करने वाले नासिर ने आज एक दूसरा विडिओ जारी करके बताया की उसने विडिओ में जिन लोगों को हिजरत करते हुए दिखाया दरअसल वो लोग कलेक्टर ऑफिस आवेदन पत्र देने जा रहे थे..एक ट्रस्ट के विवाद को उसने कौमी रंग दे दिया ये है आज का बयान।'
1/3 अहमदाबाद के पिराना से मुस्लिमो के पलायन का विडिओ रिकॉर्ड करने वाले नासिर ने आज एक दूसरा विडिओ जारी करके बताया की उसने विडिओ में जिन लोगों को हिजरत करते हुए दिखाया दरअसल वो लोग कलेक्टर ऑफिस आवेदन पत्र देने जा रहे थे..एक ट्रस्ट के विवाद को उसने कौमी रंग दे दिया ये है आज का बयान pic.twitter.com/5AAwm5uOLy
— Nirnay Kapoor (@nirnaykapoor) January 31, 2022
एक और वीडियो शेयर करते हुए निर्णय कपूर ने लिखा कि, 'देखें कल नासिर कैसे चीख चीख कर पिराना के मुस्लिमो के खैफजदां होने की दास्ताँ बयान कर रहा था @Twitter पर ये विडिओ देखने के बाद मैंने खुद पिराना जाकर मामले की पड़ताल की तो पता चला की पिराना के हिन्दू और मुस्लिमो में कोई विवाद नहीं है.. विवाद इमाम शाह ट्रस्ट के ट्रस्टियों का है।'
2/3 देखें कल नासिर कैसे चीख चीख कर पिराना के मुस्लिमो के खैफजदां होने की दास्ताँ बयान कर रहा था @Twitter पर ये विडिओ देखने के बाद मैंने खुद पिराना जाकर मामले की पड़ताल की तो पता चला की पिराना के हिन्दू और मुस्लिमो में कोई विवाद नहीं है.. विवाद इमाम शाह ट्रस्ट के ट्रस्टियों का है pic.twitter.com/cbYYvjOCrl
— Nirnay Kapoor (@nirnaykapoor) January 31, 2022
इस मामले की ग्राउंड रिपोर्टिंग के लिए खुद पिराना पहुंचे पत्रकार ने एक अन्य ट्वीट में लिखा कि, 'पिराना के इमाम शाह बावा ट्रस्ट की जमीन पर दरगाह और निष्कलंकी नारायण मंदिर के बीच 13 साल पुरानी फेंसिंग की जगह दिवार बनाने को लेकर विवाद चल रहा था, कलेक्टर के आदेश के बाद हिन्दू ट्रस्टियों ने दिवार बनाना शुरू किया तो मुस्लिम ट्रस्टी ट्रस्टियों ने लोकल लोगों का मार्च निकला था।'
सीबीआई कोर्ट ने ईपीएफओ के एक पूर्व अधिकारी को चार साल जेल की सजा सुनाई
किशन भरवाड़ को श्रद्धांजलि देने जुटे थे हिन्दु, मुस्लिम भीड़ ने घेरकर हथियारों से किया हमला