style="font-family: sans-serif; font-size: 16px; line-height: 20.7999992370605px; text-align: justify; background-color: rgb(249, 249, 249);">छत्तीसगढ़ / रायपुर : कांग्रेसी नेता एवं छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी ने कहा है कि नेताजी सुभाषचंद्र बोस के परिजनों की जासूसी करना कोई गलत बात नहीं थी। उन्होंने कहा कि जिन लोगों ने कभी शासन नहीं चलाया, ऐसे ही लोग इस तरह के सवाल खड़े कर सकते है। गौरतलब है कि नेताजी के परिवार की जासूसी करने का मामला हाल ही में तेजी के साथ उछला था।
दावा किया गया है कि प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू ने नेताजी के परिजनों की जासूसी आईबी के माध्यम से कराई थी। इधर छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री जोगी का कहना है कि केन्द्र में आईबी और राज्य में एसआईबी का कार्य जानकारी एकत्र करना होता है, इसके पीछे उद्देश्य सुरक्षा तथा हित रहता है, लेकिन बीजेपी वर्षों पुराने मुद्दे को हवा देकर राजनीति कर रही है।
जोगी ने बताया कि बड़े या प्रमुख लोगों की गतिविधियों पर नजर रखी जाती है, जो रूटीन का कार्य माना जाता है लेकिन इसका अर्थ यह तो नहीं है कि पंडित जवाहरलाल नेहरू नेताजी से डरते थे। जोगी के अनुसार नेताजी सुभाषचंद्र बोस की मौत संबंधी पहली जांच तत्कालीन ब्रिटिश सरकार ने करवाई थी और इसके लिये लार्ड माउंटबेटन ने आजाद हिन्द फौज के ही एक वरिष्ठ अधिकारी की अध्यक्षता में कमेटी गठित की थी।