रांची: केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बीते शनिवार यानी 1 फरवरी 2020 को केंद्रीय बजट पेश कर चुकी है. वहीं बजट को लेकर पक्ष और विपक्ष की ओर से प्रतिक्रयाएं भी आईं. जंहा इसी कड़ी में झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने दावा किया कि केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा संसद में पेश किया गया बजट पूंजीपतियों और बड़े उद्योगपतियों के लिए तैयार किया गया था. वहीं सोरेन ने कहा कि उन्होंने हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से झारखंड में एक जनजातीय विश्वविद्यालय खोलने का आग्रह किया था, लेकिन बजट में केवल एक जनजातीय संग्रहालय का उल्लेख है. एक बार फिर जनजातीय लोगों को छला गया है.
मिली जानकरी के के मुताबिक सोरेन ने इलज़ाम लगाया कि बजट गरीबों, किसानों, मजदूरों और बेरोजगारों को परेशान करने वाला है. जंहा उन्होंने कहा कि अर्थशास्त्री बजट का विश्लेषण कर रहे हैं और उनके विश्लेषण के बाद ही यह पता लग पाएगा कि इस बजट से देश की प्रगति में कितनी मदद मिलेगी, यह किस प्रकार हमारी वित्तीय व्यवस्था में मदद करेगा और किस हद तक लोगों की अपेक्षाओं पर खरा उतरेगा. वहीं लेकिन प्रथम दृष्टया केंद्रीय बजट दूरदृष्टि वाला नहीं है.
आपकी जानकरी के लिए हम आपको बता दें कि सोरेन ने यहां संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि केंद्रीय बजट पूंजीपतियों और बड़े उद्योगपतियों को ध्यान में रख कर बनाया गया है. वहीं यह भी कहा जा रहा है कि बजट के द्वारा कर चोरी करने वाले बड़े उद्योगपतियों को राहत देने का प्रयास किया गया है. अब उन्हें कर चोरी करने पर कोई जुर्माना नहीं भरना होगा.
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