झारखंड में कोरोना वायरस की गति तेजी बढ़ रही है. कोरोना संक्रमण अब विधानसभा को अपना शिकार बना रहा हैं. कोरोना के केस मिलने पश्चात अब झारखंड विधानसभा को 31 जुलाई तक पुर्ण रूप से बंद कर दी गई है. सूचना के मुताबिक, एमएलए और विधानसभा कर्मियों के कोविड-19 पॉजीटिव होने की जानकारी के बाद ये निर्णय लिया गया है.
शिक्षक दिवस के रूप में क्यों मनाते हैं डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन का जन्मदिन ?
विदित हो कि कोरोना के बढ़ते केस के मध्य अब झारखंड की हेमंत सोरेन गवर्नमेंट ने नई गाइडलाइंस जारी की है. अब नियमों को तोड़ने वालों पर 2 वर्ष की जेल या 1 लाख रुपये तक का जुर्माना भरना होगा. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के नेतृत्व में बीते बुधवार को हुई कैबिनेट की बैठक में 39 प्रस्तावों पर मुहर लगी है. जिसमें महामारी को लेकर जारी गाइडलाइंस का उल्लंघन संबंधी अध्यादेश मान्य किया गया है. इसके तहत 2 साल की सजा या 1 लाख के जुर्माने का नियम बनाया गया है.
8वीं कक्षा की छात्रा ने फांसी लगाकर दी जान, जांच में जुटी पुलिस
इसके अलावा झारखंड में महामारी के केस लगातार बढ़ रहा है. गवर्नमेंट के तमाम कोशिशों के बावजूद कोरोना की रोकथाम में नाकामी हाथ लगी हैं. राज्य में रांची, पूर्वी सिंहभूम, गढ़वा और धनबाद जैसे शहरों में कोरोना संक्रमण बवाल मचा रहा है. लेकिन इस बीच दुनिया के चर्चित मेडिकल जर्नल द लैंसेट के एक अध्ययन ने चौंकाने वाले तथ्य का खुलासा किया है. बीते दिनों जारी की गई द लैंसेट की रिपोर्ट के मुताबिक झारखंड के देवघर जिले को इस महामारी से सबसे ज्यादा खतरा वाला स्थान बनाया गया है. साथ ही लिस्ट में 20 जिलों को शामिल किया गया है. इस रिपोर्ट के अनुसार बिहार, यूपी और एमपी के अलावा झारखंड के देवघर में कोरोना का खतरा है.
राहुल गाँधी के वीडियो पर शिवराज का वार, कहा- लॉन्चिंग की कई कोशिशें हुईं, लेकिन नतीजा सिफर
युवाओं को बेचते थे नशीले इंजेक्शन, जबलपुर पुलिस ने किया गिरोह का पर्दाफाश
कोरोना काल में नहीं खाना है बाहर की मिठाई तो, इन सरल तरीकों से घर पर बनाएं ये शानदार मिठाई