JEE Main कट ऑफ 80 से 85 की बीच होने की संभावना, पढ़िए एक्सपर्ट्स की राय
JEE Main कट ऑफ 80 से 85 की बीच होने की संभावना, पढ़िए एक्सपर्ट्स की राय
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भारत और विदेश में 258 शहरों में स्थापित 400 से अधिक केंद्रों में जेईई मेन 2019 की परीक्षा में लाखों छात्र शामिल हुए। जेईई मेन 2019 एनआईटी, आईआईआईटी, अन्य केन्द्रीय वित्त पोषित तकनीकी संस्थानों (सीएफटीआई) में विभिन्न अंडर ग्रेजुएट इंजीनियरिंग कार्यक्रमों में प्रवेश के लिए है। 

JEE Main 2019 के परिणाम और काउंसेलिंग से जुड़ी सभी उपदटेस के लिए क्लिक करें यहां 

परिणाम की घोषणा के बाद जेईई मेन परीक्षा के कट-ऑफ जल्द ही NTA द्वारा जारी किए जाएंगे। यह पहली बार है कि राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी (NTA) JEE की परीक्षा आयोजित की है जो 8 जनवरी, 2019 से शुरू होकर और 12 जनवरी, 2019 को समाप्त हुई। इससे पहले, CBSE इस राष्ट्रीय-स्तर की प्रतियोगी परीक्षा को आयोजित करता था। 

हम जेईई मेन 2019 के सटीक कटऑफ का बिल्कुल सटिक अनुमान नहीं लगा सकते हैं लेकिन हम जेईई मेन के पिछले कुछ वर्षों  के कटऑफ का विश्लेषण कर सकते हैं और इस वर्ष के लिए अपेक्षित कटऑफ क्या होगा उसका अनुमान लगा सकते हैं। कट ऑफ को ऑनलाइन मोड के माध्यम से प्रकाशित किया जाएगा। JEE Main 2019 जनवरी सत्र में आने वाले परिणाम के साथ जारी किया जाएगा।

जेईई मेन 2019 कट ऑफ क्या है?

किसी भी प्रवेश परीक्षा का कट ऑफ  उस परीक्षा को उत्तीर्ण करने के लिए आवश्यक न्यूनतम क्वालिफाइंग अंक है। कोचिंग संस्थानों द्वारा घोषित कट ऑफ (अनुमानित) होते हैं और एक आधिकारिक कट ऑफ होता है जो राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी द्वारा जारी किया जाएगा। इस बार के परीक्षा का विश्लेषण करना भी कट ऑफ के आंकलन के लिए बहुत आवश्यक है।

विषय वार पेपर 1 और 2 जेईई मेन 2019 विश्लेषण - जो छात्र जेईई मेन 2019 में शामिल हुए होंगे, वे अपने स्कोर और परीक्षा के कठिनाई स्तर को जानने के लिए बहुत उत्सुक होंगे। आइए देखते हैं कैसा रहा कठिनाई स्तर इस बार की परीक्षा का।

1) गणित - गणित खंड हालांकि बहुत लंबा था और अन्य अन्य दो विषयों के तुलना में छात्रों के लिए ज़्यादा चुनौतीपूर्ण था। कक्षा 11 और 12 के लगभग सभी अध्यायों से प्रश्न पूछे गए थे। बीजगणित से 10 प्रश्न थे जबकि कैलकुलस के भी 8 प्रश्न थे। कोऑर्डिनेट जियोमेट्री और ट्रिगोनोमेट्री से 6 प्रश्न थे। चूंकि प्रश्न लंबे और कठिन थे, इसलिए इस वर्ष गणित के लिए अनुभागीय कट ऑफ के घटने की सम्भावना है। 

2) भौतिक विज्ञान - पिछले वर्ष की परीक्षा की तुलना में भौतिकी खंड बहुत कठिन था। अगर हम इसे 4 अनुभागों में बाँट दे तो इलेक्ट्रोस्टैटिक्स और चुंबकत्व से 4 प्रश्न, और ऑप्टिक्स और आधुनिक भौतिकी से 5 प्रश्न, हीट और थर्मोडायनामिक्स से 6 प्रश्न थे। 8 सवालों के साथ यांत्रिकी और 7 सवालों के साथ विद्युत और ईएमआई सबसे ज्यादा रहे।

3) रसायन विज्ञान - रसायन विज्ञान खंड में भौतिक, जैविक और अकार्बनिक रसायन विज्ञान से लेकर विश्लेषणात्मक और स्टोइकोमेट्री तक के विषयों के प्रश्नों का मिश्रण था। रसायन विज्ञान में मजबूत नींव वाले छात्रों को इस खंड में उच्च अंक प्राप्त करने में कोई समस्या नहीं होगी।

छात्रों की प्रतिक्रिया 

•    कुछ परीक्षार्थियों ने बताया की पेपर 2 में एप्टिट्यूड सेक्शन बेहद आसान था जबकि ड्राइंग सेक्शन थोड़ा कठिन था।

•    कुछ छात्रों ने बताया कि परीक्षा, कुल मिलाकर, अच्छी थी। एप्टीट्यूड सेक्शन के बाद गणित सबसे कठिन रही। ड्राइंग सेक्शन सबसे आसान और बेहतरीन था।

•    पिछले वर्ष की तुलना में कुछ परीक्षार्थियों के लिए जेईई (मेन) के पेपर -1 के पैटर्न में कोई बदलाव नहीं किया गया था। प्रश्न तीनों विषयों भौतिकी, रसायन विज्ञान और गणित के लगभग सभी अध्यायों से शामिल किया गया था।

•    कुछ एस्पिरेंट्स के अनुसार गणित का सेक्शन काफी कठिन था, जिसमें कैलकुलस और कोऑर्डिनेट ज्योमेट्री के प्रश्न क्रैक करने में कठिनाई हुई। भौतिकी और रसायन विज्ञान गणित की तुलना में आसान रहा। रसायन विज्ञान में, अधिकांश प्रश्न NCERT पाठ्यक्रम पर आधारित थे। 

•    छात्रों की प्रतिक्रिया के अनुसार, गणित कठिन था; भौतिकी कठिन और लम्बी थी; रसायन विज्ञान आसान था।

मूल रूप से कट ऑफ अंक कुछ कारकों पर निर्भर करता है:

•    प्रश्न पत्र का कठिनाई स्तर।

•    जेईई मेन में शामिल छात्रों की संख्या।

•    अर्हता प्राप्त छात्रों की संख्या जेईई एडवांस के लिए (सीबीएसई द्वारा तय)।

परीक्षा के बाद, उत्तर कुंजी आधिकारिक वेबसाइट के माध्यम से प्रकाशित की गई है। यह 15 जनवरी 2019 को जारी की गई। यदि उम्मीदवार उत्तर कुंजी से संतुष्ट नहीं हैं तो वे इसे 17 जनवरी तक चुनौती दे सकते हैं। उम्मीदवारों को एक ऑनलाइन आवेदन भरना होगा और 1000/- रुपये प्रति प्रश्न का भुगतान करना होगा उत्तर कुंजी को चुनौती देने के लिए। शुल्क का भुगतान डेबिट / क्रेडिट कार्ड के माध्यम से किया जा सकता है।

पिछले साल और इस वर्ष आयोजित जेईई मेन परीक्षा का अपेक्षित कट ऑफ निम्नानुसार है:

वर्ग अपेक्षित कट ऑफ़ 2019 कट ऑफ़ 2018 कट ऑफ़ 2017 कट ऑफ़ 2016 कट ऑफ़ 2015
सामान्य 80-85  74 81 100 105
ओबीसी 48-53 45 49 70 70
एससी 31-36 29 32 52 50
एसटी 27-32 24 27 48 44

विशेषज्ञों की माने तो जेईई मेन 2018 की कटऑफ 80 से 85 के बीच होगी। विशेषज्ञों के अनुसार, गणित और भौतिकी के पेपर सबसे कठिन थे।

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