पिछले पांच सालों में नवोदय विद्यालय के 49 बच्चों ने की आत्महत्या, आखिर क्या है वजह ?
पिछले पांच सालों में नवोदय विद्यालय के 49 बच्चों ने की आत्महत्या, आखिर क्या है वजह ?
Share:

नई दिल्ली: जवाहर नवोदय विद्यालय का नाम उन स्कूलों की सूची में शामिल है, जहां गांव और कस्बों का हर परिवार अपने बच्चों को पढ़ाने की चाहत रखता है. यहां साल में ऐसे कुछ बच्चों को चुना जाता है, जो पढ़ने में अग्रणी हों. किन्तु पिछले कुछ सालों से नवोदय विद्यालय, स्कूल में हो रही आत्महत्याओं के कारण चर्चा में है. एक आरटीआई में यह भयावह खुलासा हुआ है कि पिछले पांच वर्षों में जवाहर नवोदय विद्यालयों में 49 बच्चों ने आत्महत्या की है.

भारत में भी अपना प्लांट लगा सकती है 'एपल'

नवोदय विद्यालयों में आत्महत्या करने वाले बच्चों में अधिक संख्या लड़कों की बताई गई है. 2013 से लेकर 2017 तक कुल 49 बच्चों ने आत्महत्या की है. जिनमें अधिकतर गरीब तबके के बच्चे शामिल हैं. सात बच्चों को छोड़कर बाकी सभी बच्चों ने फांसी लगाकर आत्महत्या की है. उनके साथी बच्चों या स्कूल स्टाफ ने उन्हें फंदे पर झूलते हुए पाया है. उल्लेखनीय है कि 1985 में गरीब और होशियार बच्चों के लिए इन स्कूलों की शुरूआत की गई थी. यहां पर उन्हें उच्च दर्जे की शिक्षा प्रदान की जाती है, साथ ही रहने, खाने और बाकी सुविधाएं भी उपलब्ध कराई जाती है. नवोदय विद्यालय से प्रति वर्ष कई टॉपर्स निकलते हैं. साल 2012 से निरंतर नवोदय विद्यालयों में 10वीं कक्षा का पासिंग प्रतिशत 99 परसेंट रहा है. साथ ही 12वीं कक्षा का रिजल्ट 95 प्रतिशत रहा है. जो अन्य स्कूलों से काफी ऊपर है. नवोदय विद्यालय संगठन मानव संसाधन विकास मंत्रालय का ही एक स्वायत्त संगठन है, जिसके 635 स्कूल देशभर में चलायमान हैं.

पीएम मोदी ने जारी किया 100 रुपए का सिक्का, छपी होगी पूर्व पीएम अटल बिहारी की तस्वीर

आरटीआई के माध्यम से मिले इन आकड़ों की जांच भी की गई है. जिसमें 41 नवोदय विद्यालयों में जाकर स्कूल प्रबंधन और विद्यार्थियों से  पूछताछ भी की गई है. इस पूछताछ में कुछ टीचर्स और स्कूल स्टाफ ने जानकारी दी कि नवोदय विद्यालय गंभीर चुनौतियों से जूझ रहे हैं.फिलहाल देशभर के नवोदय विद्यालयों में कुल 2.8 लाख विद्यार्थी शिक्षा ले रहे हैं. 31 मार्च 2017 तक 600 विद्यालयों में 9 से लेकर 19 साल तक के 2.53 लाख बच्चों का नाम दर्ज था. इन्हीं में से 14 बच्चों ने 2017 में ही आत्महत्या कर ली थी.

खबरें और भी:-

 

लगातार बिगड़ रही भारतीय रेलवे की वित्तीय स्थिति, इससे सुधरेगी

इन मकानों पर घट सकती है जीएसटी की दर

धीमी शुरुआत के बाद बाजार ने पकड़ी रफ़्तार

रिलेटेड टॉपिक्स
- Sponsored Advert -
मध्य प्रदेश जनसम्पर्क न्यूज़ फीड  

हिंदी न्यूज़ -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_News.xml  

इंग्लिश न्यूज़ -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_EngNews.xml

फोटो -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_Photo.xml

- Sponsored Advert -