जाट नेता यशपाल ने कहा है कि प्रदर्शनकारी 20 मार्च को ट्रैक्टर ट्रॉली पर दिल्ली जाएंगे और उसे ‘जाट लैंड’ में बदल देंगे। उन्होंने कहा कि प्रदर्शनकारियों ने सरकार के साथ असहयोग शुरू कर दिया है तथा वे बिजली एवं पानी का बिल नहीं भरेंगे तथा सरकार से लिए गये ऋण की किस्त नहीं भरेंगे। मलिक ने कहा कि जाटों द्वारा चलाये जा रहे वर्तमान आंदोलन में समुदाय के दो सदस्यों की मौत हो चुकी है।
उन्होंने बताया कि दिल्ली में जाटों के प्रदर्शन के बाद बहादुरगढ़ से लौटते समय ट्रैक्टर से गिरने से सुनेरिया गांव के विजय की मौत हो गयी। उन्होंने मृतक के निकट परिजन के लिए 11 लाख रुपये के मुआवजे की घोषणा की है। एक अन्य मामले में खरकाराम गांव के 65 वर्षीय धूप सिंह की गुरुवार को जींद में प्रदर्शन स्थल पर दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गयी। उन्होंने सिंह के निधन पर उनके निकट परिजन को 10 लाख रुपए के मुआवजे और सरकारी नौकरी की राज्य सरकार से मांग की।
इस बीच मलिक ने समुदाय से 20 मार्च को दिल्ली कूच करने के लिए तैयार रहने को कहा। ‘जब तक खट्टर सरकार द्वारा हमारी मांगें पूरी नहीं की जाती हमारा प्रदर्शन शांतिपूर्ण ढंग से चलता रहेगा।’ जाटों द्वारा पानीपत के इसराना गांव, करनाल के बाला, कुरुक्षेत्र के जत्तन, कैथल के देबान, फतेहाबाद में धानी गोपाल, झज्जर के रसवाला, दादरी के बातदा, रोहत के जासिया, सोनीपत के लाठ- जाली, हिसार के मय्यार, भिवानी के धनाना, यमुनानगर के जगाधरी, महेन्द्रगढ़ के नागल चौधरी और गुरूग्राम के अतुल कुटिया में प्रदर्शन जारी है।
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