काम्यवन में भोजन करते थे कान्हा, यहाँ हुआ था उनका जन्म
काम्यवन में भोजन करते थे कान्हा, यहाँ हुआ था उनका जन्म
Share:

आप सभी को बता दें कि द्वापर युग में लोगों को उद्धार करने के लिए भगवान श्रीकृष्ण ने धरती पर जन्म लिया था और आज सभी जगह उनका जन्मदिन मनाया जा रहा है. जी हाँ, उन्होंने व्रज में गोपियों के साथ रासलीला रचायी, राधा से प्रेम किया, कई राक्षसों का वध किया और आवश्यकता पड़ने पर विभिन्न रुपों में सृष्टि का उद्धार करते रहे और अलौकिक रूप से ही सही लेकिन धरती पर आज भी भगवान कृष्ण के होने की अनुभूति होती है. इसी के साथ कई युगों बाद भी कृष्ण की बाल लीलाएं आज भी जीवित हैं और प्रासंगिक भी हैं और ब्रजभूमि की गलियों में आज भी कृष्ण की लीलाएं समाहित हैं और आप इनके दर्शन भी कर सकते हैं. ऐसे में आज हम आपको उनसे जुडी कुछ बहुत ख़ास बातें बताने जा रहे हैं. आइए जानते हैं.


यहां हुआ था कृष्ण का जन्म - मथुरा में कान्हा जन्मभूमि नाम का एक मंदिर है, लेकिन इस मंदिर से अधिक इसका चबूतरा बहुत प्रसिद्ध है. कहा जाता है पौराणिक मान्यताओं के अनुसार द्वापर युग में इसी चबूतरे के ऊपर कंस का कारागार था जिसमें उसने देवकी और वासुदेव को बंद कर रखा था और इसी चबूतरे पर स्थित जेल में कृष्ण का जन्म हुआ था, इस कारण से इसका धार्मिक महत्व बहुत अधिक है.

कृष्ण को यहां छोड़ आए थे वासुदेव - कृष्ण के जन्म लेने के बाद कंस के डर से वासुदेव कृष्ण को टोकरी में रखकर गोकुल में नंद बाबा के घर छोड़ आए थे और उसी टोकरी में उनकी पुत्री को लेकर मथुरा आए थे. इसी के साथ व्रजभूमि स्थित नंदरायजी के महल में आज भी उनका मंदिर है और इस मंदिर में कृष्ण की किलकारी लेती हुई प्रतिमा स्थापित है.


इस पहाड़ी पर है कृष्ण की थाली और कटोरी - आप सभी को बता दें कि ऐसी मान्यता है कि द्वापर युग में कृष्ण ने व्योमासुर नामक राक्षस का वध किया था और उसके बाद ग्वाल बालों के साथ बैठकर काम्यवन नामक स्थान पर भोजन किया था. वहीँ काम्यवन नामक यह जगह मथुरा से लगभग 50 किमी दूर है जिसे कामां के नाम से भी जाना जाता है.

इस वजह से श्रीकृष्ण को लगाया जाता है 56 भोग

ख़ास होती है उज्जैन के सांदीपनि आश्रम की जन्माष्टमी, जहां श्री कृष्ण ने सीखी थी 64 कलाएं

पश्चिम बंगाल: श्री कृष्ण जन्मोत्सव के दौरान मंदिर में मची भगदड़, चार लोगों की मौत

रिलेटेड टॉपिक्स
- Sponsored Advert -
मध्य प्रदेश जनसम्पर्क न्यूज़ फीड  

हिंदी न्यूज़ -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_News.xml  

इंग्लिश न्यूज़ -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_EngNews.xml

फोटो -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_Photo.xml

- Sponsored Advert -