150 साल पुरानी प्रथा 'दरबार स्थानांतरण' के बाद आज खुला जम्मू कश्मीर का सचिवालय
150 साल पुरानी प्रथा 'दरबार स्थानांतरण' के बाद आज खुला जम्मू कश्मीर का सचिवालय
Share:

श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर की शीतकालीन राजधानी जम्मू में छह माह के कामकाज के बाद ‘दरबार स्थानांतरण’ के तहत प्रदेश सरकार का सिविल सचिवालय यहां सोमवार को खोल दिया गया. जम्मू कश्मीर में ‘दरबार स्थानांतरण’ की प्रथा लगभग 150 साल पुरानी है. इस प्रक्रिया के तहत राजभवन, पुलिस मुख्यालय और कई आयोगों सहित अनेक कार्यालय भी सुबह यहां खोले गए.

जम्मू कश्मीर के गवर्नर सत्यपाल मलिक ने सचिवालय में पुलिस की टुकड़ी द्वारा उन्हें दिए गए ‘गार्ड ऑफ ऑनर’ का मुआयना लिया. जम्मू और श्रीनगर में मौसम की मार से बचने के लिए 1872 में तत्कालीन महाराजा गुलाब सिंह ने ‘दरबार स्थानांतरण’ की परंपरा आरम्भ की थी जिसके तहत प्रदेश सरकार सर्दियों में छह माह जम्मू से और गर्मियों में छह महीने श्रीनगर से कार्य करती है.

आजादी के बाद भी प्रदेश के कश्मीर एवं जम्मू दोनों क्षेत्रों को छह माह के लिए बारी-बारी शासन का फायदा देने के लिए इस परंपरा को बरक़रार रखा गया है. हालांकि इस परंपरा की वजह से जम्मू और श्रीनगर शहरों में सालाना आधार पर सड़कों और अन्य बुनियादी ढांचों की मरम्मत होने की वजह से दोनों शहरों को इससे फायदा होता है, लेकिन इस स्थानांतरण की इस प्रक्रिया में करोड़ों रुपए का खर्च आता है.

खबरें और भी:-

भारतीय रिवाजों में कुछ ऐसा होता है No Diet Day

फाइनेंशियल ईयर 2018-19 के दौरान दर्ज की गई इनकम टैक्स ई-फाइलिंग में भारी गिरावट

मतदान की गहमागहमी के बीच तेल कंपनियों ने दिया बड़ा तोहफा

 

रिलेटेड टॉपिक्स
- Sponsored Advert -
मध्य प्रदेश जनसम्पर्क न्यूज़ फीड  

हिंदी न्यूज़ -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_News.xml  

इंग्लिश न्यूज़ -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_EngNews.xml

फोटो -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_Photo.xml

- Sponsored Advert -