श्रीनगर: जम्मू- कश्मीर के अवंतीपोरा के पास गोरीपोरा में पिछले तीस सालों का का सबसे बड़ा आतंकी आत्मघाती हमला हुआ है। यह हमला सीआरपीएफ के वाहन को लक्ष्य बनाकर आईईडी ब्लास्ट के द्वारा किया गया। सीआरपीएफ के वाहनों पर यह हमला उस समय हुआ, जब सेना के जवानों का काफिला जम्मू से श्रीनगर की तरफ जा रहा था। न्यूज एजेंसी रायटर्स के अनुसार, अब तक इस हमले में 44 भारतीय जवान शहीद हो गए हैं।
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सेना के इस काफिले में 78 वाहन शामिल थे, जिनमें 2500 सुरक्षाकर्मी सवार थे। आतंकियों ने इलाके में जवानों पर पहले फायरिंग की और फिर उन पर कार द्वारा आईईडी धमाका किया। यह आतंकी हमला पुलवामा जिले के अवंतीपोरा के गोरीपोरा इलाके में हुआ है। सुरक्षा अधिकारी के अनुसार, जम्मू कश्मीर के पुलवामा जिले में सीआरपीएफ जवानों को लक्ष्य बना कर किए गए आईईडी धमाके की जिम्मेदारी आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने ली है। सूत्रों के मुताबिक, कहा जा रहा है कि ये एक आत्मघाती हमला था। इस आत्मघाती हमले को जैश के आतंकवादी आदिल अहमद डार ने अंजाम दिया है। हमले में 45 से अधिक जवान घायल बताए जा रहे हैं।
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यह हमला उस समय हुआ है, जब सीआरपीएफ का काफिला जम्मू से कश्मीर की तरफ जा रहा था। काफिले में 70 वाहन थे। इसमें से एक बस को सबसे अधिक नुकसान पहुंचा है। सेना से जुड़े अधिकारियों का कहना है कि 2001-02 में आतंकवादियों ने इसी तरह के फियादिन हमले को अंजाम दिया था। आज इसी हमले की जानकारी लेने गृहमंत्री राजनाथ सिंह जम्मू कश्मीर जाने वाले हैं वहीं पीएम नरेंद्र मोदी इसको लेकर कैबिनेट की बैठक लेने वाले हैं।
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