श्रीनगर: जम्मू कश्मीर को विशेष राज्य का दर्जा देने वाली संविधान की धारा 370 और अनुच्छेद 35 A खत्म होने के बाद हिरासत में लिए गए चार नेताओं को शुक्रवार को रिहा किया जा सकता है. सूत्रों का कहना है कि कश्मीर के कई और नेताओं को भी छोड़ा जा सकता है. सूत्रों के अनुसार, शुक्रवार को हकीम मोहम्मद यासमीन (PDF), रफी मीर (PDP), अशरफ मीर (PDP), मजीद पाडरू (PDP) को रिहा किया जा सकता है. इन सभी को 370 हटाने के बाद कस्टडी में लिया गया था.
सूत्रों का यह भी कहना है कि कश्मीर के पांच बड़े नेताओं, नेशनल कांफ्रेंस प्रमुख फारूख अब्दुल्ला, उमर अब्दुल्ला, पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती, अली मोहम्मद सागह (NC) और नई अख्तर (PDP) को छोड़कर सभी नेताओं को रिहा किए जाने की संभावना जताई जा रही है. पांच अगस्त को भारत सरकार ने धारा 370 को निरस्त कर दिया था. इसके साथ ही जम्म कश्मीर का विभाजन कर इसे जम्मू कश्मीर और लद्धाख- दो केंद्र शासित प्रदेशों में विभाजित कर दिया गया था.
इससे पहले गुरुवार को पीडीपी सुप्रीमो महबूबा मुफ्ती की बेटी इल्तिजा मुफ्ती को नज़रबंद कर दिया गया था। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इल्तिजा अपनी मां महबूबा मुफ्ती से मुलाकात करने के लिए जा रही थीं, तभी उन्हें हिरासत में लिया गया। वरिष्ठ पत्रकार राजदीप सरदेसाई ने ट्विट के अनुसार, उन्हें श्रीनगर में उन्हीं के आवास में नजरबंद कर दिया गया है। इसके अलावा उनके घर की ओर जाने वाले रास्ते को भी बंद कर दिया गया है।
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