श्रीनगर: केंद्र सरकार द्वारा लाए गए नए कृषि कानून को वापस लेने की मांग को लेकर किसान संगठनों के रेल रोको आंदोलन का जम्मू में भी काफी असर देखने को मिला है. जम्मू में विभिन्न किसान संगठनों ने ट्रेन की पटरियों पर बैठकर केंद्र सरकार से तीनों कृषि बिल रद्द करने की मांग की. बता दें कि नए कृषि कानूनों को रद्द किए जाने की मांग पर अड़े किसानों ने गुरुवार को पूरे देश में रेल रोको आंदोलन बुलाया था.
इस आंदोलन का जम्मू में भी व्यापक असर देखने को मिला. दोपहर 12 बजे विभिन्न किसान संगठन जम्मू में छन्नी हिम्मत के करीब रेलवे फाटक पर बैठे और यहां विरोध प्रदर्शन किया. किसानों ने आरोप लगाते हुए कहा कि केंद्र सरकार अपनी हठ धर्मीता के कारण सरकार कानून वापस नहीं ले रही है, जबकि पूरे देश के किसान इस कानून के विरोध में सड़कों से लेकर पटरियों तक पर बैठे हुए हैं. किसानों ने घाटी के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा से भी उनका वकील बनकर केंद्र सरकार तक उनकी मांगें पहुंचाने का अनुरोध किया. प्रदर्शन कर रहे किसानों ने आरोप लगाया केंद्र सरकार कुछ कॉर्पोरेट घरानों को लाभ दिलाने के लिए यह नए कानून लाई है, जिससे देश और किसानों दोनों का काफी नुकसान होने वाला है.
प्रदर्शनकारियों ने कहा कि मौजूदा वक़्त में इसी कॉरपोरेट कल्चर के कारण अमेरिका के किसानों की बुरी हालत है और यही भविष्य भारत के किसानों का भी होने वाला है. बता दें कि कई किसान संगठन केंद्र सरकार द्वारा लाए गए नई कृषि कानूनों का विरोध कर रहे हैं. जिसे लेकर ढाई महीने से भी अधिक दिनों से दिल्ली के बॉर्डर पर किसान संगठन आंदोलन कर रहे हैं. जिसके तहत आज किसानों ने पूरे देश में रेल रोको अभियान चलाया जा रहा है.
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