यूपी में 'जेल योग' का खौफ, बिन अपराध जेल में बंद हो रहे लोग
यूपी में 'जेल योग' का खौफ, बिन अपराध जेल में बंद हो रहे लोग
Share:

लखनऊ: हमारे देश में ज्योतिष को जितनी मान्यता दी जाती है, उतनी तो शायद दुनिया के किसी देश में भी नहीं दी जाती होगी. हाल ही में पैदा हुए बच्चे का भविष्य भी हमारे देश में ज्योतिषियों द्वारा तय किया जाता है, और उसपर अगर ज्योतिष बच्चे की कुंडली में कोई दोष निकाल दे तो फिर परिजनों के माथे पर सिलवटें आ जाती है, इसी डर का फायदा उठाकर कुछ पाखंडी लोगों से मोटी रकम वसूल लेते हैं. लेकिन वर्तमान में  उत्तर प्रदेश से जो मामला सामने आया है वो हैरान कर देने वाला है, यहाँ ज्योतिष लोगों से पैसे नहीं वसूल रहे बल्कि उन्हें जेल भेज रहे हैं. ज्योतिष ने एक व्यक्ति की कुंडली देखकर उसे कुंडली में जेल दोष होने की बात कही है, साथ ही सलाह दी है कि अगर वो कुछ दिन जेल में बिता लेता है तो उसके इस दोष का निवारण हो जाएगा.

ऑल स्टेट कश्मीरी पंडित कॉन्फ्रेंस का सरकार पर इल्ज़ाम

यह कहानी है लखनऊ के गोमती नगर के रहने वाले 38 साल के रमेश सिंह की. रमेश सिंह ने बताया कि उन्हें एक ज्योतिष ने कुंडली देख कर जेल दोष की जानकारी दी थी, जिससे वह भविष्य में जेल जा सकते थे. रमेश सिंह कहते हैं कि यह बात सुनकर उनके परिजन काफी डर गए और ज्योतिषी से इसके निवारण का उपाय पूछने लगे.  'जेल योग' के प्रभाव को मिटाने के लिए ज्योतिषी ने मुझे बिना किसी अपराध के कुछ समय जेल में बिताने की सलाह दी.

कारगिल चुनाव : बीजेपी का पहली बार खुला खाता, जानें किस पार्टी को बहुमत मिला

ज्योतिष की सलाह मानकर रमेश सिंह ने जिला प्रशासन को अपनी कुंडली की प्रतिलिपि के साथ एक आवेदन दिया था, जिसमे रमेश ने प्रशासन से  लॉक-अप में 24 घंटे गुजारने की अनुमति मांगी थी. उसके पेपर्स की जांच के बाद, सिंह को पुलिस थाने के लॉक-अप में 24 घंटे गुजारने की अनुमति दे दी गई. वहीं उसके ज्योतिषी ने उससे जेल के सभी नियम-कानूनों का पालन करने को कहा था. रमेश ने कहा कि वे जेल में ईश्वर से प्रार्थना करेंगे कि ईश्वर उनके पापों को माफ़ कर दे, ताकि भविष्य में वे किसी गलत रस्ते पर चलकर जेल न पहुँच जाएं. वहीं इस मामले में लखनऊ डीएम कौशल राज शर्मा का कहना हैं कि उन्हें इस तरह कि 24 अर्जियां मिली हैं, जो लोग जेल दोष निवारण के लिए जेल में रहने की अनुमति मांग रहे हैं. उन्होंने कहा कि हालांकि कानून में इस तरह का कोई प्रावधान नहीं है, लेकीन धार्मिक मान्यताओं के चलते इस तरह की अर्जियों को स्वीकृति दी जा रही है.  

खबरें और भी:-

राष्ट्रीय पोषण सप्ताह: ममता ने किया 2020 तक कुपोषण ख़त्म करने का दावा, पर कुछ और ही कहते हैं आंकड़े

इस संगीतकार ने मुनि तरुण सागर पर की थी अभद्र टिप्पणी

जलेबी खाते हुए ही संत बन गए थे तरुण सागर महाराज!!

रिलेटेड टॉपिक्स
- Sponsored Advert -
मध्य प्रदेश जनसम्पर्क न्यूज़ फीड  

हिंदी न्यूज़ -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_News.xml  

इंग्लिश न्यूज़ -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_EngNews.xml

फोटो -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_Photo.xml

- Sponsored Advert -