फिल्म "फालतू"से अपने करियर के शुरआत करने वाले एक्टर जैकी भगनानी बॉलीवुड के फेमस प्रोडूसर वाशु भगनानी के बेटे होने के बावजूद अपनी ख़ास पहचान बनाने में नाकामयाब रहे. वे उन्हें दिए गए प्रोडूसर पापा के टैग से भी परेशान है. शुक्रवार को रिलीज हुई फिल्म "वेलकम 2 कराची "के साथ एक बार एक्टर जैकी भगनानी अपना लक बॉक्स ऑफिस पर फिर से आजमा रहे है. फिल्म के प्रमोशन के समय उन्होंने फिल्म की जानकारी देने के साथ ही अपने "प्रोडूसर पापा" वाला टैग के बारे में भी खुल कर चर्चा की.
उन्होंने कहा की फिल्म इंडस्ट्री में मेरे लिए भी उतना ही स्ट्रगल है जितना किसी अन्य के लिए. किसी प्रोडूसर का बेटा होना आपकी सक्सेस की गारंटी नहीं है. मुझे शुरुआत से ही लोगो ने एक एक्टर के रूप में नहीं बल्कि एक प्रोडूसर के बेटे के रूप में देखा. जिसके लिए सब कुछ बहुत आसान है. लेकिन ऐसा नहीं है में भी बहुत मेहनत कर रहा हु. फिल्म में जैकी भगनानी से पहले उनकी भूमिका इरफ़ान खान अदा कर रहे थे. किन्ही कारणों से वे ये फिल्म नहीं कर पाये. उन्होंने इरफ़ान खान की तारीफ़ करते हुवे उन्होंने कहा की वे उम्दा दर्जे के कलाकार है और जैकी खुद भी उनके बहुत बड़े फेन है.
इस भूमिका को उन्होंने अपने अंदाज़ में निभाया है. उन्होंने ये भी बताया की फिल्म में अरशद वारसी ने उन्हें काफी कुछ सिखाया और डायरेक्टर आशीष मोहन ने भी भरपूर साथ दिया. जैकी भगनानी की अब तक की फिल्मो का दर्शको पर कोई ख़ास जादू नहीं चला है ऐसे में "वेलकम टू कराची" की सफलता उनके फ़िल्मी करियर के लिए काफी महत्वपूर्ण है.