जबलपुर : लॉकडाउन के चलते हर कोई किसी न किसी परेशानी से जूझ रहा है. वहीं, इसका सबसे ज्यादा असर श्रमिकों पर देखने को मिला है. ट्रेनों से बड़ी संख्या में श्रमिक और उनके परिजन जबलपुर आ रहे हैं. शुक्रवार को चार स्पेशल ट्रेनें पुणे से जबलपुर आकर रीवा तक गईं. इनमें एक सुबह पौने पांच बजे जबलपुर पहुंची वहीं दूसरी शाम साढ़े छह बजे पुणे से आई. इसके बाद रात 9 और 10 बजे दो और स्पेशल ट्रेन जबलपुर आईं, जिसमें तकरीबन एक हजार यात्री जबलपुर के प्लेटफार्म पर उतरे. जबलपुर से होकर बिहार की ओर जाने वाली ट्रेनों की संख्या में हर दिन बढ़ रही है, लेकिन इन ट्रेनों के यात्रियों ने भोजन-पानी न मिलने से नाराज होकर प्लेटफार्म 5 पर लगी फूड वेडिंग मशीन पर लूटपाट कर दी. इस दौरान न तो स्टेशन प्रबंधन का कोई व्यक्ति था न ही आरपीएफ का.
दरअसल, मुख्य रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म 5 पर रखी फूड वेंडिंग मशीन से लूटपाट करने का एक वीडियो वायरल हो गया है, जिसके बाद जबलपुर रेल मंडल के अधिकारियों ने तत्काल इसकी जांच गई. जांच में पता चला कि श्रमिक स्पेशल से बिहार जाने वाले यात्रियों ने प्लेटफार्म पर रखी इस मशीन को तोड़कर खाना और पानी निकाल ले गए. वहीं दूसरी ओर शुक्रवार को आई सभी चारों ट्रेन पुणे से आईं, जिसमें से अधिकांश यात्री यहां उतरने के बाद बस की मदद से अन्य शहरों में गए. जिला प्रशासन ने कई बस पहले ही स्टेशन के बाहर खड़ी रखी थी.
बता दें की जिला प्रशासन की ओर से जबलपुर आए यात्रियों को स्टेशन के बाहर बस में ही भोजन दिया गया. पहली दो ट्रेन से डिंडौरी के 69, झाबुआ 32, मुरैना 40, बुरहानपुर 5, डिंडौरी 30, सागर 117, मंडला 97, कटनी 115, टीकमगढ़ 4, बालाघाट 45, छिंदवाड़ा 25, नरसिंहपुर 11, सिवनी 41, उमरिया 37, शहडोल 13, अनूपपुर 14, दमोह 29, छतरपुर 19 श्रमिकों को बस से भेजा गया.
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