नई दिल्ली। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की महत्वाकांक्षी योजना स्किल इंडिया अभियान पर निशाना साधा है. उन्होंने व्यापमं की आड़ लेते हुए प्रधानमंत्री पर कटाक्ष किया कि एक तरफ पीएम कहते हैं कि स्किल इंडिया और मध्य प्रदेश में चल रहा है किल इंडिया. रमेश ने मध्य प्रदेश में हुए व्यापमं घोटाले पर संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि जब तक शिवराज अपने पद पर बैठे रहेंगे तबतक निष्पक्ष जांच की उम्मीद कम है. गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी स्किल इंडिया अभियान की शुरुआत कर रहे हैं.
2011 में व्यापमं घोटाले की जांच के दौरान सुधीर शर्मा के ठिकानों पर इनकम टैक्स के छापे में मिले कागजातों के आधार पर बनाई गई रिपोर्ट का हवाला देते हुए कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान का नाम भी घोटाले में घसीट लिया. सुरजेवाला ने आरोप लगाया कि व्यापम से हुई कमाई को भाजपा के मंत्रियों, आरएसएस नेताओं और सांसदों ने आपस में बांट लिया. यह पैसा कई तरह से बाटा गया और इनमें से एक था यात्राओं का भुगतान. सुरजेवाला का आरोप था कि, 'व्यापमं घोटाले के सुधीर शर्मा ने पूर्व मंत्री लक्ष्मीकांत शर्मा के साथ मिलकर केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान के साथ पैसा बांटा था. छापे के दौरान मिले कागजातों के अनुसार सुधीर शर्मा ने प्रधान की हवाई यात्राओं का खर्च दिया था.
शर्मा ने भाजपा उपध्यक्ष प्रभात झा और उनके बेटों तुशमल झा और आयातन झा के खर्च भी दिए थे. सुरजेवाला ने शिवराज सिंह पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि वो प्रदेश और विधानसभा को जांच के मामले में भटका रहे हैं. कुछ नए कागजात पेश करते हुए उन्होंने आरोप लगाया कि तत्कालीन स्वस्थ्य शिक्षा मंत्री के रूप में शिवराज सिंह ने विधानसभा में 31 मार्च 2011 को बताया था कि कोई भी फर्जी उम्मीदवार प्रोफेशनल परीक्षा में पहचाना नहीं गया है. जबकि, 2 साल पहले राज्य में FIR दर्ज की गई जिसमें दो फर्जी उम्मीदवारों के नाम थे. इसके अलावा भी इंदौर, भोपाल और दूसरे शहरों में फर्जी छात्रों के खिलाफ मामले दर्ज हुए थे.