काबुल: आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट (IS) ने दक्षिण अफगानिस्तान के एक प्रांत में स्थित शिया मस्जिद में नमाज़ के दौरान हुए आत्मघाती बम धमाके की जिम्मेदारी ली है। जुमे (शुक्रवार) की नमाज़ के दौरान हुए बम ब्लास्ट में 47 लोगों की जान चली गई थी, जबकि कई अन्य लोग जख्मी हो गए थे।
इस्लामिक स्टेट ने शुक्रवार देर रात सोशल मीडिया पर एक बयान जारी करते हुए यह जिम्मेदारी ली है , साथ ही कहा कि उसके दो सदस्यों ने कंधार प्रांत में फातिमिया मस्जिद के प्रवेश द्वार पर तैनात सुरक्षाकर्मियों को गोली मारकर मौत के घाट उतार दिया है। इसके बाद IS के एक आतंकी ने मस्जिद के प्रवेश द्वार पर अपने आप को बम से उड़ा लिया जबकि दूसरे ने मस्जिद के अंदर भीषण विस्फोट किया। IS की समाचार एजेंसी अमाक ने एक बयान में हमलावरों के नाम बताए हैं, जो अनस अल-खुरासानी और अबू अली अल-बलूची हैं। दोनों ही हमलावर अफगानिस्तान के नागरिक बताए गए हैं।
बता दें कि इससे एक सप्ताह पहले इस्लामिक स्टेट (IS) से संबद्ध स्थानीय संगठन ने उत्तरी प्रांत की एक शिया मस्जिद में बम धमाका किया था, जिसमें 46 लोगों की मौत हुई थी। अफगानिस्तान में दशकों की लड़ाई के बाद फिर से कब्जा करने वाले तालिबान ने मुल्क में अमन बहाली का संकल्प लिया था। तालिबान और IS दोनों सुन्नी मुसलमानों के संगठन हैं, मगर वे वैचारिक तौर पर काफी अलग हैं। इनमें IS काफी कट्टर है। वे कई बार एक दूसरे से लड़ चुके हैं।
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