लिंग भैरवी ईशा योग केंद्र में स्थित हैं। एक लिंग के रूप में विराजमान इस देवी की प्रतिष्ठा सद्गुरु द्वारा एक शक्तिशाली ऊर्जा के रूप में की गई थी। यह आठ फीट ऊंची प्रतिमा संघनित पारे से निर्मित है। लिंग भैरवी की प्रतिष्ठा एक दुर्लभ आध्यात्मिक प्रक्रिया के द्वारा की गई थी, जिसे प्राण प्रतिष्ठा कहते हैं। इस प्रक्रिया में जीवन-ऊर्जा का इस्तेमाल करके एक मामूली पत्थर को देवता के रूप में रूपांतरित करते हैं।
लिंग भैरवी की ऊर्जा मानव शरीर के तीन मूल चक्रों को मजबूती देती है जिससे इंसान का शरीर, मन और ऊर्जा प्रणाली स्थिर होते हैं। जो लोग जीवन को गहराई में जीना चाहते हैं, देवी की मौजूदगी और कृपा इस प्रक्रिया में उनकी मदद करती है। आध्यात्मिक सुख चाहने वाले लोगों के लिए यह कृपालु देवी रास्ते की बाधाओं को दूर करती हैं और उन्हें परम मुक्ति तक पहुंचाती है।
लिंग भैरवी अर्पण: देवी स्थान में कई तरह के चढ़ावे चढ़ाए जाते हैं, जिससे कि श्रद्धालुओं को देवी की अनंत कृपा का लाभ मिल सकें। साथ ही, स्थान में कई अनूठी रस्में होती हैं, जो जन्म से मृत्यु तक, जीवन के हर मोड़ पर मदद करती हैं। इन रस्मों को कुछ इस तरह बनाया गया है कि जीवन के हर अनुभव में ईश्वर के स्पर्श को महसूस किया जा सके।